नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी शिवसेना को समर्थन देगी या नहीं, इस पर पार्टी की बैठक हुई. बैठक में महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि शिवसेना को समर्थन देने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. मंगलवार को एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद फैसला होगा.
बैठक में शामिल होने अशोक चव्हाण, रजनी पाटिल, एके एंटनी, पृथ्वीराज चव्हाण, अहमद पटेल, मुकुल वासनिक पहुंचे.
इससे पहले भी पार्टी की बैठक हुई है, उसमें कई नेताओं ने शिवसेना को समर्थन देने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि, कुछ नेताओं का कहना है कि कोई भी फैसला जल्दीबाजी में ना हो.
सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी भी बहुत ज्यादा इच्छुक नहीं हैं, लेकिन नेताओं के बात करने के बाद ही पार्टी अध्यक्ष इस पर कोई फैसला लेंगे. बैठक से पहले महाराष्ट्र के करीब 40 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी से अपील की है वे इस गठबंधन के लिए हामी भर दें.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में सोनिया अपनी पार्टी की विचारधारा के हिसाब से शिवसेना से मिलने के पक्ष में नहीं है, लेकिन कुछ विधायकों का मानना है कि अगर शिवसेना से पार्टी हाथ मिला ले, तो ये पार्टी के लिए अच्छा होगा. लिहाजा बीच का रास्ता निकाला जा सकता है.
वहीं, सूत्रों से यह भी खबर मिली है कि महाराष्ट्र कांग्रेस के 40 विधायकों ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर बताया है कि वे सभी एनसीपी-शिवसेना गठबंधन का समर्थन करते हैं.
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, के सी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति को लेकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर बैठक के लिए पहुंचे.
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भाजपा द्वारा सरकार बनाने से इनकार करने और शिवसेना को राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है, जिसके चलते कांग्रेस के बड़े नेताओं ने रविवार देर रात बैठक बुलाई और चर्चा की.
कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के सभी कांग्रेस विधायक रविवार को जयपुर पहुंच गए थे और शिवसेना के नेतृत्व में सरकार गठन की संभावना पर चर्चा की. पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के भी जयपुर पहुंचने की संभावना है. पार्टी की बैठक के बाद, कांग्रेस नेताओं के दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने की संभावना है.