नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता और वर्तमान में बीजेपी के असम से राज्यसभा सांसद बने भुवनेश्वर कलिता ने कहा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी और वह एक सामाजिक कल्याण संगठन बनकर रह जाएगा.
ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कलिता ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस पार्टी कार्य कर रही है, वह विनाश की ओर जा रही है. मैंने अपने त्याग पत्र में भी इसका उल्लेख किया था.
पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों को लेकर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. कलिता ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस पुरानी कांग्रेस पार्टी की तरह नहीं है. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए 23 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित पत्र का हवाला देते हुए, कलिता ने कहा कि उसमें बहुत से मुद्दे उठाए गए थे.
कलिता ने कहा कि नेताओं ने पार्टी के अंदर क्या हो रहा है और क्या नहीं होना चाहिए इस पर प्रकाश डालने की कोशिश की थी. लेकिन पत्र में व्यक्त की गई चिंता पर बात करने के बजाय नेताओं की ईमानदारी ही सवालों के घेरे में आ गई. कलिता ने कहा कि उनसे पूछताछ की गई.
कलिता ने कहा कि मुझे पता है कि कांग्रेस के कई नेताओं के साथ, जिनका पिछले 35-40 वर्षों से संबंध है, उन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी की सेवा में लगा दिया. इन नेताओं ने इससे पहले कई अवसरों पर पार्टी का बचाव किया है, चाहे वह संसद के अंदर हो या पार्टी के बाहर.
जब ज्योतिरादित्य सिंधिया थे तो उन पर कांग्रेस नेताओं द्वारा बीजेपी के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया गया था. सचिन पायलट की भी उसी तरह से आलोचना की गई थी. कलिता ने कहा कि कोई भी नेता इस तरह के आरोपों को स्वीकार नहीं करेगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस में एक गैरगांधी पार्टी अध्यक्ष होगा तो कलिता ने महात्मा गांधी का उल्लेख किया और कहा कि इस पार्टी (कांग्रेस) को समाप्त हो जाना चाहिए. कलिता ने कहा कि एक बार महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को आजादी के बाद बदल दिया जाएगा. कांग्रेस को एक सामाजिक कल्याण संगठन के रूप में काम करना चाहिए. इसे राजनीतिक दल के रूप में नहीं रहना चाहिए.
1948 में महात्मा गांधी द्वारा लिखे गए एक लेख पर विवाद जिंदा है, जो हरिजन में प्रकाशित हुआ था, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि अब कांग्रेस ने अपना ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल कर लिया है. अब इसे एक सामाजिक कल्याण संगठन में बदलना चाहिए. हालांकि, इतिहासकारों ने इस तरह के बयान का विरोध किया और दावा किया कि इसकी गलत व्याख्या की गई है. कलिता ने कहा कि वर्तमान स्थिति से पता चलता है कि कांग्रेस केवल उसी दिशा में जा रही है.
असम के भाजपा सांसद का सुझाव है कि कांग्रेस को सुधार की जरूरत है, लेकिन जो कोई भी सुधार के बारे में बोलता है, उन्हें भाजपा समर्थकों के रूप में प्रचारित किया जाता है. यह बहुत खराब प्रवृत्ति है.
इस वर्ष मार्च में भाजपा द्वारा कलिता को राज्यसभा सांसद के रूप में नामित किया गया था. कांग्रेस शासन के दौरान कलिता असम सरकार में मंत्री थे.
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