नई दिल्ली : देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था और जीडीपी दर में गिरावट के मुद्दे पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सरकार पर आरोप लगाया कि उसके द्वारा दिए गए जीडीपी के आंकड़े गलत हैं.
हाल ही में आए केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर में गिरावट का सिलसिला जारी है. इसके चलते वित्त वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में जीडीपी दर 4.7% हो गई है.
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने शनिवार को यहां प्रेस वार्ता में कहा कि वह सरकार के इस दावे को खारिज करते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था में आ रही गिरावट खत्म हो गई है.
शर्मा ने कहा कि तीसरी तिमाही में जीडीपी के आंकड़े अच्छे रहने की उम्मीद होती है क्योंकि खरीफ फसल के बाद जीडीपी के आंकड़े सामने आते हैं, जो कि इस साल काफी अच्छी हुई है. इसके साथ ही इस दौरान त्योहारों के मौसम में खपत और मांग में वृद्धि होती है. लेकिन इस बार यह पिछले सात सालों में सबसे कम रहा है. उन्होंने दावा किया कि पिछले सात क्वार्टर से जीडीपी दर गिरती जा रही है.
कांग्रेस पार्टी का यह दावा है कि देश में निवेश लगातार कम हो रहा है और इस तिमाही में 0.6% निवेश हुआ है, जो पहले की तुलना में 9.2% गिरा है.
सरकार पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार के बजट के आंकड़े सही नहीं है, सरकार को राजस्व ₹11 लाख करोड़ का आया है और बजट ₹26 लाख करोड़ का है जबकि बजट राजस्व पर ही निर्भर होता है. अब तीन महीने में ₹15 लाख करोड़ कैसे आएंगे? अगर नहीं आते हैं तो यह बहुत बड़ा घाटा है.
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केंद्र सरकार को सुझाव देते हुए कांग्रेस का यह कहना है कि यदि देश की अर्थव्यवस्था को सुधारना है तो मनरेगा के कार्य दिवस और मजदूरी में सरकार को बढ़ोतरी कर उसे पांच सौ रुपये कर देना चाहिए.