नई दिल्ली : कांग्रेस का कहना है कि चुनाव के पांचवे चरण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मान लिया है कि उनका झोला पैक हो चुका है और वे चुनाव हार चुके हैं. उनका कहना है कि वादों का पहाड़ खड़ा कर मोदी सत्ता में आये लेकिन जनता के उम्मीद पर ख़ड़े नही उतर पाए तो अंत में सेना का राजनीतिकरण करने लगे.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा 'पीएम मोदी की लहर नहीं है बल्कि उनकी नीतियों का कहर है और उनकी भाषा में सिर्फ जहर है. यह है वास्तविकता बीजेपी और पीएम मोदी की.'
एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लोगों के बीच यह भ्रम फैला रखा है कि 70 साल में देश मे सरकारों ने कुछ नही किया, जो भी हुआ बस मोदी के आने के बाद हुआ. झूठ की बुनियाद पर खड़ी इस सरकार ने अहंकार में भाषा और भारतीय संस्कारों की मर्यादा को भी भूला दिया. जिस राजीव गांधी को भारत मे तकनीकी क्रांति का जनक माना जाता है, पीएम मोदी उसी राजीव गांधी का अपमान कर रहे हैं. भारत मे मृत व्यक्ति के अपमान को अमर्यादित माना जाता है.
सिंघवी ने कहा कि पूरा देश पीएम मोदी की टिप्पणियों की भर्त्सना कर रहा है लेकिन हताशा और अहंकार के चलते उन्हें अपनी गलतियां नहीं दिख रही.
सिंघवी ने कहा की 5 साल की सरकार के बाद चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी और अमित शाह ने साबित कर दिया वे अशिक्षित हैं. उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं. इसीलिए सर्जिकल स्ट्राइक को ऐसे पेश कर रहे हैं जैसे इससे पहले इस देश में कभी हुआ ही नहीं. जबकि सच यह है कि देश में पिछली सरकारों ने 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक किया और अब तो रिटायर्ड अधिकारी भी इस बात की पुष्टी कर रहें है.
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इस सवाल के जवाब में की ममता बनर्जी मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी करनी से यह साबित करना चाहिए कि वह भारत के प्रधानमंत्री हैं लेकिन उनकी कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को अब एहसास हो गया है कि उनका झोला पकड़कर निकल जाने का वक्त आ गया है और यह सब उनके कर्मों का फल है जिसका परिणाम 23 मई को आ जाएगा.