नई दिल्ली : कांग्रेस ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित लॉकडाउन का ख्याल रहेगा और प्रत्येक नागरिक को इसका समर्थन करना चाहिए. लेकिन पार्टी ने गरीबों, दैनिक वेतन भोगियों, किसानों और समाज में हाशिये पर रह रहे वर्ग के समक्ष उत्पन्न उन चुनौतियों को भी रेखांकित किया, जिनका वे तीन हफ्ते के बंद के दौरान सामना करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन के द्वारा 21 दिनों की राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा के बाद कई ट्वीट कर कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि सही चीज यह है कि सभी नागरिक इस फैसले का समर्थन करें चाहे कितनी भी परेशानियां आए.
हालांकि, चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को ध्यान से सुना और उनकी भावना राहत, निराशा, चिंता और भय आदि से ओतप्रोत थी.
उन्होंने कहा, 'मुझे भरोसा था की प्रधानमंत्री वित्तीय पैकज घोषित करने की त्वरित जरूरत को समझेंगे और गरीबों, दैनिक वेतनभोगियों, कृषि मजदूरों और स्व: रोजगार करने वाले आदि की जेब में नकदी डालेंगे.'
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कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से तुरंत हर गरीब, हाशिये पर रह रहे लोगों और पेंशनभोगियों के खाते में 7,500 रुपये जमा करने की मांग की ताकि बंद के दौरान वे अपना जीवनयापन कर सके.
सुरजेवाला ने कई ट्वीट में कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूनतम आय गारंटी योजना का सुझाव दिया था और यह वक्त की जरूरत है एवं केंद्र को इसे तुरंत लागू करना चाहिए.
उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ देश लड़ेगा और उसे हराएगा भी लेकिन आपकी सलाह ने निराश किया है. संकट नेतृत्व की परीक्षा होती है लेकिन आपकी सरकार इसके लिए तैयार नहीं है.'
कांग्रेस ने कोरोना वायरस मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की कथित कमी को लेकर प्रधानमंत्री पर सवाल उठाया.