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सर्जिकल स्ट्राइक के हीरो संग मिलकर कांग्रेस ने जारी किया विजन डॉक्यूमेंट 'सुरक्षित भारत'

कांग्रेस पार्टी ने रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा पर पेश किए गए विजन डॉक्यूमेंट को 'सुरक्षित भारत' का नाम देकर जारी किया. आइये जानते हैं क्या खास है इसमें...........

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जयराम रमेश, डीएस हुड्डा और पी चिदंबरम.
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Published : Apr 21, 2019, 7:46 PM IST


नई दिल्ली: साल 2016 'सर्जिकल स्ट्राइक' के ‘हीरो' रहे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा पर पेश किए गए विजन डॉक्यूमेंट को कांग्रेस पार्टी ने जारी किया. इसे 'सुरक्षित भारत' का नाम दिया गया है. कांग्रेस ने इसमें बताया है कि केंद्र में सरकार बनने के बाद वह राष्ट्रीय सुरक्षा को और कैसे मजबूत करेगी.

प्रेस वार्ता करते जयराम रमेश, डीएस हुड्डा और पी चिदंबरम.

दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर विजन डॉक्यूमेंट जारी किया. इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और जयराम रमेश मौजूद थे.

क्या खास है डॉक्यूमेंट में
विजन डॉक्यूमेंट में क्या है, इस बारे में लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने प्रेस को विस्तृत जानकारी दी. जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक टॉस्क फोर्स बना था, जिसका इंचार्ज मैं था. मैंने कुछ हफ्ते पहले टास्क फोर्स की रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपी थी.


क्या है इसका उद्देश्य
सेना के दिग्गज ने दावा किया कि इसका पूरा उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा योजना के लिए समग्र दृष्टिकोण का पालन करना है. उन्होंने दावा किया कि यह योजना पांच स्तंभों पर आधारित है जिसमें भारत का वैश्विक रुख, पड़ोसियों के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करना, आंतरिक संघर्षों को हल करना, आम लोगों को सुरक्षा प्रदान करना और सैन्य और साइबर को बढ़ाना शामिल है.


कांग्रेस के दृष्टिकोण की एक व्यापक रूपरेखा
पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने मीडिया क्वेरी को संबोधित करते हुए कहा, 'यह राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति कांग्रेस के दृष्टिकोण की एक व्यापक रूपरेखा है.' इसके कई पहलुओं को घोषणापत्र में भी शामिल किया जा चुका है.'

शहीदों का हो पूरा सम्मान
26/11 के नायक हेमंत करकरे के खिलाफ साध्वी प्रज्ञा की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, हुड्डा ने इसकी निंदा करते हुए कहा, 'मुझे दुख होता है जब शहीदों के बारे में ऐसी बातें कही जाती हैं. शहीद चाहे सेना से हो या पुलिस से, पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए. ये कथन अच्छे नहीं हैं.'


हेमंत पर लगाया था आरोप
गौरतलब है कि मालेगांव बम विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबई के आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाया था.

क्या बोलीं साध्वी प्रज्ञा
प्रज्ञा ने मुंबई एटीएस के दिवंगत प्रमुख का नाम लेते हुए कहा, 'इतनी यातनाएं दीं, इतनी गंदी गालियां दीं जो असहनीय थी, मेरे लिए और मेरे लिए नहीं, किसी के लिए भी. मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा. ठीक सवा महीने में सूतक लगता है. जब किसी के यहां मृत्यु होती है या जन्म होता है. जिस दिन मैं गई थी, उस दिन इसके सूतक लग गया था. ठीक सवा महीने में जिस दिन उसको आतंकवादियों ने मारा उस दिन सूतक का अंत हो गया.'


मोदी पर रमेश का वार
पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर कि बीजेपी एक राष्ट्रवादी पार्टी है, जबकि कांग्रेस एक वोट पार्टी है, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा, 'बेरोजगारी राष्ट्रवाद नहीं है. विमुद्रीकरण राष्ट्रवाद नहीं था. कृषि संकट कोई राष्ट्रवाद नहीं है.'


बता दें, इस साल फरवरी में, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपने टास्क फोर्स का नेतृत्व करने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल (आर) डीएस हुड्डा को नियुक्त किया. वह 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख थे.


नई दिल्ली: साल 2016 'सर्जिकल स्ट्राइक' के ‘हीरो' रहे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा पर पेश किए गए विजन डॉक्यूमेंट को कांग्रेस पार्टी ने जारी किया. इसे 'सुरक्षित भारत' का नाम दिया गया है. कांग्रेस ने इसमें बताया है कि केंद्र में सरकार बनने के बाद वह राष्ट्रीय सुरक्षा को और कैसे मजबूत करेगी.

प्रेस वार्ता करते जयराम रमेश, डीएस हुड्डा और पी चिदंबरम.

दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर विजन डॉक्यूमेंट जारी किया. इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और जयराम रमेश मौजूद थे.

क्या खास है डॉक्यूमेंट में
विजन डॉक्यूमेंट में क्या है, इस बारे में लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने प्रेस को विस्तृत जानकारी दी. जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक टॉस्क फोर्स बना था, जिसका इंचार्ज मैं था. मैंने कुछ हफ्ते पहले टास्क फोर्स की रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपी थी.


क्या है इसका उद्देश्य
सेना के दिग्गज ने दावा किया कि इसका पूरा उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा योजना के लिए समग्र दृष्टिकोण का पालन करना है. उन्होंने दावा किया कि यह योजना पांच स्तंभों पर आधारित है जिसमें भारत का वैश्विक रुख, पड़ोसियों के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करना, आंतरिक संघर्षों को हल करना, आम लोगों को सुरक्षा प्रदान करना और सैन्य और साइबर को बढ़ाना शामिल है.


कांग्रेस के दृष्टिकोण की एक व्यापक रूपरेखा
पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने मीडिया क्वेरी को संबोधित करते हुए कहा, 'यह राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति कांग्रेस के दृष्टिकोण की एक व्यापक रूपरेखा है.' इसके कई पहलुओं को घोषणापत्र में भी शामिल किया जा चुका है.'

शहीदों का हो पूरा सम्मान
26/11 के नायक हेमंत करकरे के खिलाफ साध्वी प्रज्ञा की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, हुड्डा ने इसकी निंदा करते हुए कहा, 'मुझे दुख होता है जब शहीदों के बारे में ऐसी बातें कही जाती हैं. शहीद चाहे सेना से हो या पुलिस से, पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए. ये कथन अच्छे नहीं हैं.'


हेमंत पर लगाया था आरोप
गौरतलब है कि मालेगांव बम विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबई के आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाया था.

क्या बोलीं साध्वी प्रज्ञा
प्रज्ञा ने मुंबई एटीएस के दिवंगत प्रमुख का नाम लेते हुए कहा, 'इतनी यातनाएं दीं, इतनी गंदी गालियां दीं जो असहनीय थी, मेरे लिए और मेरे लिए नहीं, किसी के लिए भी. मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा. ठीक सवा महीने में सूतक लगता है. जब किसी के यहां मृत्यु होती है या जन्म होता है. जिस दिन मैं गई थी, उस दिन इसके सूतक लग गया था. ठीक सवा महीने में जिस दिन उसको आतंकवादियों ने मारा उस दिन सूतक का अंत हो गया.'


मोदी पर रमेश का वार
पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर कि बीजेपी एक राष्ट्रवादी पार्टी है, जबकि कांग्रेस एक वोट पार्टी है, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा, 'बेरोजगारी राष्ट्रवाद नहीं है. विमुद्रीकरण राष्ट्रवाद नहीं था. कृषि संकट कोई राष्ट्रवाद नहीं है.'


बता दें, इस साल फरवरी में, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपने टास्क फोर्स का नेतृत्व करने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल (आर) डीएस हुड्डा को नियुक्त किया. वह 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख थे.

Intro:With electoral battle raging across India, Congress has released its National plan for security in Delhi today. The summary of the plan based on the report of Lt General (Retired) DS Hooda was unveiled by Congress dynamos P Chidambaram and Jairam Ramesh.


Body:The army veteran claimed that entire aim was to follow a holistic approach for the national security plan. He claimed that this plan is based on five pillars which includes India's global stand, strengthening of our relationship with neighbours, resolving internal conflicts, providing security to common people and enhancing military and cyber might.

Addressing to media query, former Home Minister P Chidambaram said, 'it is a broad outline of Congress' approach towards national security. Several aspects of it have already been included in the manifesto as well.'

When asked about the Sadhvi Pragya's remark against 26/11 hero Hemant Karkare, Hooda condemned it saying, 'it hurts when such things are said about martyrs, be it from army or the police, full respects should be given. These utterances aren't good.






Conclusion:On PM Modi's remark that BJP is a nationalist party while Congress is a vote party, former Union Minister Jairam Ramesh took a swipe saying, 'unemployment is not nationalism. Demonetisation was not nationalism. Farm distress is no nationalism.'

In February earlier this year, Congress President Rahul Gandhi appointed Lieutanant General (R)DS Hooda to lead its task force on national security. He was the commander in chief of Indian army's northern command during 2016 surgical strike.
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