नई दिल्ली : सरकारी सूत्रों के मुताबिक सरकार ने गांधी परिवार के सदस्य सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है. मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने इस फैसले को बदले की कार्रवाई बताया है. उन्होंने कहा कि भाजपा निजी स्तर पर बदला लेने के पर उतर आई है.
गौरतलब है कि पटेल ने शुक्रवार को गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाये जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि भाजपा आतंकवादी हिंसा में जान गंवाने वाले दो पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के परिवार की सुरक्षा से समझौता कर रही है.
अमित शाह के घर के बाहर हुआ प्रदर्शन
गुस्साए कांग्रेसियों ने गृह मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन किया.
उल्लेखनीय है कि गांधी परिवार के तीनों सदस्यों को अब केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सुरक्षा कवच वाली जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी. गांधी परिवार को अतिविशिष्ट लोगों को मिलने वाला एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) सुरक्षा कवच 28 साल से मिला हुआ था.
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने ईटीवी भारत से बातचीत की है. उन्होंने एसपीजी सुरक्षा कवर हटाए जाने का विरोध किया.
श्रीलंका के तमिल आतंकवादी संगठन लिट्टे द्वारा 21 मई 1991 को किये गये हमले का शिकार हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिजनों की एसपीजी सुरक्षा हटाये जाने के फैसले के बारे में सरकार की ओर से दलील दी गई है कि विस्तृत समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है.
पटेल ने ट्वीट कर कहा, भाजपा, आतंक और हिंसा के शिकार हुये दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिजनों की सुरक्षा के साथ समझौता कर निजी तौर पर बदला लेने के स्तर पर आ गयी है.