नई दिल्ली: सरकार ने कश्मीर से अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को एक एडवाइजरी जारी कर वापस लौटने को कहा है. इस एडवाईजरी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि इतिहास में कभी भी किसी सरकार ने पर्यटकों को वापस लौटने के लिए नहीं कहा है. इस एडवाइजरी से लोगों में डर का माहौल है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि गृह मंत्रालय ने कल जम्मू कश्मीर से लोगों को वापस लौटने की जो सलाह दी है, उससे कश्मीर और पूरे देश के लोग डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि किसी सरकार ने कभी भी पर्यटकों से लौटने के लिए नहीं कहा है. ऐसा कभी नहीं हुआ है.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार आर्टिकल 35 और धारा 370 खत्म करने की तैयारी कर रही है. आजाद ने सवाल किया कि जब सबसे ज्यादा शांति है तो इतनी फौज क्यों तैनात है.
आजाद ने आगे कहा कि हर सरकार में घटनाएं हुई लेकिन किसी सरकार ने इस तरह का फैस्ला नहीं लिया जो इस सरकार ने लिया. वहां लोग परेशान हो रहे हैं. आम मजदूर बाहरी है. सब वापस आ रहे है. कालेज के बच्चे डरे हुए हैं.
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कर्ण सिंह ने कहा कि जिस तरह से कहा गया कि पर्यटक सब वापस आ जाएं ये आश्चर्य की बात है. कश्मीर पर्यटन की ताकत है. कॉलेज छात्रों को निकलने के लिए कहा गया है. इन सब के बाद बहुत आश्चर्य है कि क्या होने वाला है, कुछ कहा नहीं जा सकता कि क्या होगा. किसी ने नहीं बताया कि इन फैसलों का कारण क्या है. इन फैसलों से लोगों में डर का माहौल है.
उन्होंने आगे कहा कि पहले से वहां बहुत अधिक फौज है और फिर से सेना तैनात कर दी गई है. इस समय हालात भी बिगड़े हुए नहीं हैं. अमरनाथ यात्रा से जम्मू के लोगों की आजीविका चलती है.
कर्ण सिंह ने कहा कि कश्मीर अब आधा ही बचा है उसके साथ भी यह व्यवहार क्यों? कश्मीर के लिए मुझ से ज्यादा संवेदना किसकी होगी! हम सब देश भक्त हैं. कश्मीर में जो हो रहा ठीक नहीं है. हम आर्टिकल 35 और धारा 370 पर नहीं बोलेंगे. लेकिन कश्मीर में इस तरह नहीं होना चाहिए यह सरकार से आग्रह है.
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आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को एक एडवाइजरी जारी की थी. इस एडवाइजरी में कहा गया था कि राज्य में बड़े आतंकी हमले के इनपुट हैं इसलिए आप लोग जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी कर लौट जांए.