नई दील्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर सैफुद्दीन सोज ने कहा कि जो लोग पाकिस्तान अधिकृति कश्मीर (पीओके) को वापस लेने की बात कर रहे हैं, वो सिर्फ युद्ध चाहते हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता सोज ने कहा कि पीओके को प्राप्त करना आसान काम नहीं है.
गौरतलब है की सोज को जम्मू और कश्मीर प्रशासन द्वारा 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द करने के समय भी नजरबंद कर दिया गया था. वह जम्मू-कश्मीर में मामलों की स्थिति के बारे में बुधवार को नई दिल्ली में ईटीवी भारत रिपोर्टर से बात कर रहे थे.
सोज ने कहा, 'मुझे 5 अगस्त से घर में नजरबंद कर दिया गया था. कई अन्य राजनेताओं को भी घर में नजरबंद कर दिया गया था. पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेस के नेता सभी घर में नजरबंद हैं. किसी को नहीं पता कि वे कहां हैं.
उन्होंने दावा किया कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति लाना सरकार के लिए आसान काम नहीं होगा
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सोज़ ने कहा अगर स्कूल खुले रहे हैं, तो कोई छात्र क्यूं नहीं आ रहे हैं. दुकान के मालिकों ने शायद ही अपने शटर खोले हैं, कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से पहले लोगों को विश्वास में लिया जा सकता था.
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर के लोगों की पहचान थी.
अब हर तरफ प्रदर्शन हो रहे हैं. इस घटना को लगभग 3 महीने हो चुके हैं लेकिन लोगों ने सरकार द्वारा लिए गए फैसले को अभी तक नहीं स्वीकार कर पाए हैं. वहीं सरकार कह रही है कि जम्मू कश्मीर के हालात सामान्य हो गए हैं.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन से अनुमति लेकर सोज मेडिकल जांच के लिए दिल्ली आये हुए हैं.