नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को अपना 136वां स्थापना दिवस मनाया. नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों ही कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, जिसके कारण कांग्रेस पार्टी भाजपा के निशाने पर आ गई है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के करीबी मणिकम टैगोर ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी नानी से मिलने जाना था. क्या किसी सांसद के पास यह अधिकार नहीं है? भाजपा क्यों राजनीति करने के लिए इतना नीचे गिर रही है? अगर किसी का नानी बीमार हैं, वह उनसे मिलने नहीं जाएंगी. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा के नेता, विशेष रूप से विफल केंद्रीय मंत्री, राहुल गांधी की व्यक्तिगत यात्रा के बारे में ट्वीट कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा राहुल गांधी में दोष ढूंढती है, क्योंकि वह एकमात्र व्यक्ति हैं जो पीएम मोदी के खिलाफ लड़ते हैं. उन्होंने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर यात्रा का नेतृत्व किया. वह दो बार भारत के राष्ट्रपति से मिले हैं. क्योंकि किसान नहीं चाहते हैं, उनके विरोध को राजनीतिक समर्थन मिले इसलिए राहुल गांधी उन्हें बाहर से समर्थन दे रहे हैं.
इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने मुख्यालय पर तिरंगा फहराया. इस दौरान समारोह में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के कुछ सदस्य इस आयोजन में शामिल हुए. हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते कई वरिष्ठ नेताओं ने भी आयोजन से दूरी बनाए रखी.
इस अवसर पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'हम इस दिन को पार्टी के राष्ट्रीय अखंडता के लिए मना रहे हैं. पूरे देश में कांग्रेस सदस्य तिरंगा यात्रा का आयोजन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'मैं इस यात्रा में भाग लेने वाले पार्टी के प्रत्येक सदस्य को बधाई देना चाहता हूं.'
जब राहुल गांधी के बारे में उनसे पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया, वह कल ही यहां थे. वह उनका (भाजपा का) कर्तव्य है. हर बार वे उन्हें निशाना बनाते हैं.
वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा कि 135 साल से स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इस आयोजन के दौरान कुछ लोग अनुपस्थित रहते हैं.
उन्होंने कहा कि आज क्या महत्वपूर्ण है, उन कांग्रेसियों को श्रद्धांजलि देना, जिन्होंने देश के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अपना जीवन लगा दिया.
उन्होंने कहा कि देश में एक बार उसी तरह की स्थिति सामने आई है, जो 100 साल पहले थी. एक बार फिर से बोलने की स्वतंत्रता पर खतरा है. मीडिया, जातिवाद को वापस लाया गया है, देश को धर्म के नाम पर विभाजित किया जा रहा है.
हमें आजादी मिल गई, लेकिन अब हमारी प्राथमिकताएं बदल गई हैं. हमें इन ताकतों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है.
इससे पहले रविवार को कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जानकारी दी कि राहुल गांधी छोटी निजी यात्रा के लिए विदेश गए हैं. इस पर सत्तारूढ़ भाजपा ने उनकी आलोचना की.
भाजपा ने कहा कि जब किसान दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे हैं, तो राहुल गांधी गायब हो गए.
ईटीवी भारत से बात करते हुए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि किसान दिल्ली की सीमा में विरोध करते हैं, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह एक राजनीतिक विरोध नहीं है.
खुर्शीद ने कहा कि जहां तक किसानों की मांगों का सवाल है हम किसानों के साथ खड़े हैं और जहां भी आवश्यकता होगी हम उनके साथ खड़े होंगे.
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उन्होंने कहा कि यदि वह आज यहां मौजूद नहीं हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि किसानों की मांगों को कांग्रेस द्वारा टाल कर दिया गया है. हम सभी इस संदेश को आगे ले जाने के लिए मौजूद हैं.
राहुल गांधी को अध्यक्ष पर वापस लाने के बारे में जब उनसे पूछा गया, तो खुर्शीद ने कहा कि वो एक नेता हैं, हम उन्हें बता नहीं सकते, जब भी आवश्यकता होगी हम हमेशा उनके लिए अपनी ताकत और समर्थन दिखाएंगे.