नई दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 'राज्यसभा में पीएम मोदी के भाषण में कोई सार नहीं था. उन्होंने तीन कृषि कानूनों में कमी के बारे में कांग्रेस के प्रस्ताव की अनदेखी की. उन्होंने किसानों की चिंताओं को खारिज कर दिया.'
खड़गे ने कहा कि 'किसान स्नातक भी हैं और कुछ वैज्ञानिक भी हैं, लेकिन पीएम कहते हैं कि किसी को कुछ भी पता नहीं है, क्या हम सब मूर्ख हैं?' कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल कहा, 'पीएम के भाषण का अंतररराष्ट्रीय स्तर पर भी इंतजार किया जा रहा था, क्योंकि कई प्रदर्शनकारियों ने अपनी जान गंवाई है. उम्मीद की जा रही थी कि आज समाधान निकलेगा, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री के पद से ऐसे बयान दिए गए. आज पीएम ने पूरे देश को धोखा दिया है.'
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा 'यह सरकार इन विरोधों की गहराई को समझ नहीं पा रही है. संस्कृति, भाषा, धर्म के अंतर को नजरअंदाज करते हुए ये किसान केंद्र के द्वार पर पहुंच गए हैं लेकिन यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने उनके संघर्ष की उपेक्षा की है.'
कांग्रेस नेता नासिर हुसैन ने कहा कि 'यह पीएम का सिर्फ एक और राजनीतिक भाषण था. हम उनके संबोधन का बहिष्कार कर सकते थे, लेकिन हम उम्मीद कर रहे थे कि शायद आज पीएम तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर देंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.'
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गलवान घाटी में चीन से संघर्ष पर नहीं बोला. गरीबों के हितों के लिए कुछ नहीं कहा और वे समाधान के लिए साथ आने को कह रहे हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. किसानों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमें समस्या या समाधान में एक रास्ता चुनना होगा. पीएम मोदी ने कहा कि एमएसपी था, एमएसपी है और रहेगा, किसानों को आंदोलन खत्म करना चाहिए.
एफडीआई मतलब डर, धोखा, धमकी : रमेश
अपने भाषण में पीएम ने कहा है कि इन दिनों एक नया एफडीआई आया है जो 'विदेशी विनाशकारी विचारधारा' है. इस पर पलटवार करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि 'विदेशी विनाशकारी विचारधारा' की बात वह कह रहे हैं जिनके शासन में एफडीआई का मतलब 'डर, धोखा, धमकी' है.