नयी दिल्ली : झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बीच सीट बंटवारे की बातचीत अंतिम दौर में है तथा शुक्रवार को इस बाबत घोषणा किये जाने की संभावना है.
कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और झामुमो विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को हराने के लिए गठबंधन का प्रयास कर रहे हैं.
झारखंड में नवम्बर-दिसम्बर में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण का मतदान 30 नवम्बर को होगा जबकि अंतिम चरण की वोटिंग 20 दिसम्बर को होगी, 23 दिसम्बर को मतगणना होगी.
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस और झामुमो के वरिष्ठ नेताओं के बीच सीट बंटवारे के समझौते पर बातचीत अंतिम दौर में है और शुक्रवार को रांची में इस संबंध में घोषणा होने की संभावना है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने झामुमो प्रमुख हेमंत सोरेन से मुलाकात की है.
सूत्रों ने बताया कि संभवतः झामुमो गठबंधन में बड़ा साझीदार होगा और उसके 50 प्रतिशत से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है.
कांग्रेस को 25-30 सीटें दी जा सकती हैं और बाकी सीटें छोटे दलों के लिए छोड़ी जाएंगी.
वर्ष 2014 में कांग्रेस ने विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार गठबंधन में वह 25-30 सीटों पर मान सकती है.
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के चयन पर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में शुरुआती चर्चा भी कर चुकी है.
स्क्रीनिंग कमेटी की अगली बैठक नौ नवम्बर को प्रस्तावित है. इसी दिन उम्मीदवारों की सूची पर अंतिम मुहर लगाने के लिए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी.
झारखंड विधानसभा में मौजूदा दलीय स्थिति के मुताबिक भाजपा के 43, झामुमो के 19, कांग्रेस के आठ और झाविमो के दो विधायक हैं.
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के साथ महागठबंधन के प्रयासों के सफल होने की संभावना नहीं दिख रही है, क्योंकि बाबूलाल मरांडी नीत जेवीएम ने अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
सूत्रों ने कहा कि वामदलों के गठबंधन में शामिल होने की संभावना नहीं है क्योंकि सीट बंटवारे पर उनकी मांग पूरी होने के आसार नहीं है.
मौजूदा विधानसभा में वामदलों के दो सदस्य हैं जबकि कांग्रेस के छह सदस्य हैं.
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सूत्रों ने कहा कि गठबंधन में राजद को 6-7 सीटें मिल सकती हैं जबकि यह पार्टी 14-15 सीटें मांग रही है.
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा, 'हमारा उद्देश्य रघुवर दास नीत भाजपा सरकार को हटाने का है...कांग्रेस और उसके सहयोगी दल राज्य के लोगों के उन सपनों को पूरा करने का प्रयास करेंगे जो अभी तक पूरे नहीं किए जा सके.'
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस राज्य में झामुमो की सहयोगी की भूमिका निभाने को तैयार है, सिंह ने कहा कि जब गठबंधन होगा तो सभी सहयोगी दल एक परिवार के रूप में झारखंड के लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए चुनाव लड़ेंगे.
सिंह ने कहा कि झामुमो के साथ न्यूनतम साझा कार्यक्रम के अलावा कांग्रेस जल्द ही अपना घोषणा पत्र लाएगी.