नई दिल्ली: असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची 31 अगस्त को प्रकाशित होने वाली है. इस पर समाजिक कार्यकर्ता स्वामी ऐश्वर्यानंद ने पर सरकार से अपील की और कहा कि सरकार को अन्तिम एनआरसी जारी करने से पहले लोगों को समय देना चाहिए.
स्वामी ऐश्वर्यानंद ने कहा कि मजदूर लोग पहचान पत्र को बनवाना महत्वपूर्ण नहीं मानते है. इसलिए सरकार को लोगों को समय देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को उनके पुराने कागजात देखने चाहिए, जनता की बात सुननी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर एनआरसी जारी होती है तो भारत के कुछ मूल निवासी भी भारत से बाहर हो जाएंगे,
उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार अंतिम एनआरसी जारी करने में जल्दबाजी न करे, साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग सदियों से यहां रह रहे हैं, यदि उन्हें एनआरसी में विदेशी घोषित किया जाएगा, तो वे कहां जाएंगे.
बता दें कि स्वामी ऐश्वर्यानंद और उनकी संस्था 'ऐम फॉर सेवा' भारत के ग्रामीण क्षेत्र में आदिवासी लोगों के उत्थान के लिए काम करते है.
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गौरतलब है कि अंतिम एनआरसी में दर्ज होने की अंतिम तारीख 31 अगस्त है, और सरकार इसी दिन अंतिम एनआरसी भी जारी करेगी. सरकार की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि कोई मूल भारतीय एनआरसी में रजिस्टर होने से न छूटे, लेकिन इसको लेकर कई लोगों के मन में आशंकाएं भी हैं.
अभी हाल ही में असम के राज्यपाल ने कहा था कि एनआरसी को तैयार करते समय कुछ मानवीय गलतियां भी हो सकती है.