भुवनेश्वर : ओडिशा सरकार ने तटीय इलाके के 12 जिला कलेक्टरों को तैयार रहने को कहा है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती तूफान 'अम्फान' घुमड़ रहा है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि यह तूफान 649 गांवों के सात लाख लोगों को प्रभावित कर सकता है. सीएम ने प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी लोगों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाए. सीएम ने लोगों से न डरने और प्रशासन का साथ देने की गुहार लगाई है.
मुख्यसचिव असित त्रिपाठी ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक समीक्षा बैठक की कि चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
सभी जिला कलेक्टरों, खासतौर से उत्तर ओडिशा के जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि वे स्थिति पर बराबर नजर रखें.
त्रिपाठी ने जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, बालासोर और भद्रक जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभावित तूफान के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में गहन चर्चा की.
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने कहा कि आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व हिस्से के ऊपर निम्न दबाव गहराकर एक डिप्रेशन में बदल सकत है और उसके बाद वह बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से और उससे लगे मध्य हिस्से के ऊपर 16 मई की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है.
एसआरसी ने कहा, 'यह निश्चित नहीं है कि तूफान उत्तर ओडिशा से टकराएगा या पश्चिम बंगाल या बांग्लादेश की तरफ बढ़ जाएगा. अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. लेकिन सरकार संभावित चक्रवात से निपटने के लिए तैयार है. एहतियात के तौर पर हमने 12 जिला कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा है.'
जेना ने कहा कि ओडिशा डिजास्टर एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ), नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) और अग्निशमनकर्मियों को तैयार रहने को कहा गया है. हालांकि उनकी तैनाती का निर्णय आईएमडी से चक्रवात के रास्ते के बारे में संकेत मिलने के बाद लिया जाएगा.