गुवाहाटी: असम के हायलाकांडी में दो समुदायों के बीच तनाव और हिंसा की खबरें सामने आई हैं. मस्जिद के बाहर हुई घटना में कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. आक्रोशित लोगों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया. इस घटना में एक शख्स की मौत होने की सूचना मिली है. 14 घायलों का इलाज जारी है.
सूत्रों के मुताबिक मस्जिद के बाहर खड़े कुछ दो पहिया वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया. ये कृत्य जिन असमाजित तत्वों ने किया है, उनकी पहचान नहीं हो सकी है.
झड़प के दौरान तीन पुलिसकर्मियों समेत 14 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है. सभी का इलाज जारी है और एक की मौत हो गई है. स्थानीय प्रशासन ने इलाके में एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी है.
इस घटना के विरोध में कुछ लोगों ने एसएस रोड पर नमाज पढ़ने का फैसला लिया. इसी दौरान एक दूसरा पक्ष उन्हें सड़क पर नमाज न पढ़ने देने की बात पर अड़ गया.
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बता दें, इसी दौरान कई गाड़ियों और नमाज पढ़ने वाले लोगों पर पथराव भी किया गया. पथराव के बाद तीन पुलिसकर्मियों समेत 15 लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी.
चार गाड़ियों में हुई तोड़फोड़ के अलावा लगभग 20 दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया गया.
उपायुक्त जे. कृति ने कहा कि दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प होने के बाद सेना की मदद मांगी गई. उन्होंने बताया कि जिसने यह सब किया है उसे सजा मिलेगी. उन्होंने यहां शांति बहाल होने का आश्वासन दिया है. उनका कहना है कि वे और एसपी यहां पल-पल पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.
उपायुक्त ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए हवा में गोलियां चलाई जिसमें 15 लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
जे कृति ने कहा, 'तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जिससे जनता के बीच शांति बनाए रखने के लिए तुरंत और शीघ्र कार्रवाई करनी पड़ी.'
उन्होंने कहा कि हालात तब बिगड़े जब लोगों के एक समूह ने शहर के काली बाड़ी स्थान पर स्थित एक मस्जिद के सामने सड़क पर शुक्रवार की नमाज पढ़ने का फैसला किया. उन्होंने एक अन्य समुदाय के लोगों द्वारा कुछ मोटरसाइकिलों की सीटों को क्षतिग्रस्त किए जाने के विरोध में यह फैसला किया.
(भाषा इनपुट)