ETV Bharat / bharat

उत्तराखंड: हेलीकॉप्टर क्रैश में तीन की मौत, CM ने किया मुआवजे का ऐलान

उत्तरकाशी में हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे को सीएम ने दुखद बताया है. साथ ही घटना का जायजा लेने के लिए रावत आपदा कन्ट्रोल रुम पहुंचे और मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की. पढ़ें पूरी खबर....

मौके की तस्वीर.
author img

By

Published : Aug 21, 2019, 12:54 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 6:37 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही के बाद बचाव कार्य में लगा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है.

spot pics etv bharat
घटनास्थल की तस्वीर.

इस घटना का जायजा सीएम आपदा कंट्रोल रुम पहुंचे. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. सीएम ने फिलहाल सभी पायलेट को किसी भी तरह की रिस्क नहीं लेने की हिदायत दी है. राहत और बचाव कार्य फिलहाल पूरी तरह से हवाई मार्ग से रोक दिया गया है.

मुख्यमंत्री तिवेन्द्र रावत प्रेस वार्ता करते हुए

बता दें कि यह हादसा दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर हुआ है. ईटीवी भारत के पास घटना की तस्वीरें भी हैं, जिसे देखकर आपकी रूह कांप जाएगी. जिस वक्त प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तो ये पता नहीं लग पा रहा था कि हादसा किस जगह हुआ है. कुछ देर जब जंगल से धुंआ दिखाई दिया, तब जाकर घटना की जानकारी हुई.

बता दें, हादसा ऐसी जगह पर हुआ है जहां जाना मुश्किल है. लिहाजा, एसडीआरएफ को मौके पर भेजा गया है.

जानकारी के मुताबिक, हेलीकॉप्टर आराकोट में राहत सामग्री वितरित कर वापस लौट रहा था और इसी दौरान बिजली तार से उलझकर पहाड़ी से टकराया और क्रैश हो गया. हेलीकॉप्टर हैरिटेज कंपनी का है और मोल्डी में क्रैश हुआ है. राहत-बचाव कार्य के लिए आराकोट से बचाव दल के साथ एक हेलीकॉप्टर हादसे वाली जगह भेज दिया गया है.

घटनास्थल जहां हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ.

सूचना पर उत्तरकाशी जिला प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. हेलीकॉप्टर में पायलट राजपाल, को-पायलट- कप्ताल लाल और ग्रामीण रमेश सवार थे.

पढ़ेंः ऐसी थी गांधी के सत्याग्रह की ताकत, दुनिया ने माना लोहा

उत्तराखंड में अब तक दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर:

  • साल 2013 में आई भीषण आपदा में सामान की सप्लाई करने जा रहा एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इसमें पायलट और सह-पायलट की मौके पर ही मौत हो गई थी.
  • 2013 में केदारनाथ आपदा में राहत एवं बचाव कार्य में लगा वायुसेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी.
  • इसके बाद 18 मई 2017 को भी केदारनाथ में एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
  • इसके बाद 10 जून 2017 को बदरीनाथ में भी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.
  • 3 अप्रैल 2018 को उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के पास वायु सेना का एक MI-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. ये हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर लैंडिंग के दौरान किसी लोहे की रॉड से टकरा गया था, जिसके कारण उसमे आग लग गई. इस हादसे में पायलट समेत चार लोग घायल हुए थे.
  • ताजा मामला 21 अगस्त 2019 का है. उत्तरकाशी के मोरी तहसील में आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री लेकर जा रहा एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर रोपवे के तारों में उलझ कर क्रैश हो गया. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई.

देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही के बाद बचाव कार्य में लगा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है.

spot pics etv bharat
घटनास्थल की तस्वीर.

इस घटना का जायजा सीएम आपदा कंट्रोल रुम पहुंचे. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. सीएम ने फिलहाल सभी पायलेट को किसी भी तरह की रिस्क नहीं लेने की हिदायत दी है. राहत और बचाव कार्य फिलहाल पूरी तरह से हवाई मार्ग से रोक दिया गया है.

मुख्यमंत्री तिवेन्द्र रावत प्रेस वार्ता करते हुए

बता दें कि यह हादसा दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर हुआ है. ईटीवी भारत के पास घटना की तस्वीरें भी हैं, जिसे देखकर आपकी रूह कांप जाएगी. जिस वक्त प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तो ये पता नहीं लग पा रहा था कि हादसा किस जगह हुआ है. कुछ देर जब जंगल से धुंआ दिखाई दिया, तब जाकर घटना की जानकारी हुई.

बता दें, हादसा ऐसी जगह पर हुआ है जहां जाना मुश्किल है. लिहाजा, एसडीआरएफ को मौके पर भेजा गया है.

जानकारी के मुताबिक, हेलीकॉप्टर आराकोट में राहत सामग्री वितरित कर वापस लौट रहा था और इसी दौरान बिजली तार से उलझकर पहाड़ी से टकराया और क्रैश हो गया. हेलीकॉप्टर हैरिटेज कंपनी का है और मोल्डी में क्रैश हुआ है. राहत-बचाव कार्य के लिए आराकोट से बचाव दल के साथ एक हेलीकॉप्टर हादसे वाली जगह भेज दिया गया है.

घटनास्थल जहां हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ.

सूचना पर उत्तरकाशी जिला प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. हेलीकॉप्टर में पायलट राजपाल, को-पायलट- कप्ताल लाल और ग्रामीण रमेश सवार थे.

पढ़ेंः ऐसी थी गांधी के सत्याग्रह की ताकत, दुनिया ने माना लोहा

उत्तराखंड में अब तक दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर:

  • साल 2013 में आई भीषण आपदा में सामान की सप्लाई करने जा रहा एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इसमें पायलट और सह-पायलट की मौके पर ही मौत हो गई थी.
  • 2013 में केदारनाथ आपदा में राहत एवं बचाव कार्य में लगा वायुसेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी.
  • इसके बाद 18 मई 2017 को भी केदारनाथ में एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
  • इसके बाद 10 जून 2017 को बदरीनाथ में भी एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.
  • 3 अप्रैल 2018 को उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के पास वायु सेना का एक MI-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. ये हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर लैंडिंग के दौरान किसी लोहे की रॉड से टकरा गया था, जिसके कारण उसमे आग लग गई. इस हादसे में पायलट समेत चार लोग घायल हुए थे.
  • ताजा मामला 21 अगस्त 2019 का है. उत्तरकाशी के मोरी तहसील में आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री लेकर जा रहा एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर रोपवे के तारों में उलझ कर क्रैश हो गया. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई.
Intro:Body:

उत्तरकाशी: आराकोट क्षेत्र में रेस्क्यू में लगा हेलीकॉप्टर हुआ क्रैश



उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही के बाद बचाव कार्य में लगा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. मोल्डी गांव में बिजली के तारों से टकराकर ये दुर्घटना हुई है. इस हेलीकॉप्टर में 3 लोग सवार थे.


Conclusion:
Last Updated : Sep 27, 2019, 6:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.