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सीमा विवाद : एलएसी पर बढ़ीं चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां

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Published : Jun 8, 2020, 4:26 PM IST

Updated : Jun 8, 2020, 4:55 PM IST

भारत व चीन के बीच जारी गतिरोध के दौरान चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप अपने इलाके में हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां बढ़ा दी हैं. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

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नई दिल्ली : भारत और चीन ने बीते सप्ताह कमांडर स्तर पर हुई बातचीत में सीमा विवाद का शांतिपर्ण समाधान निकालने की हामी भरी थी. लेकिन इसी दौरान चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप अपने इलाके में हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां बढ़ा दी हैं.

पिछले सात से आठ दिनों में चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां एलएसी पर बढ़ गई हैं. सूत्रों ने कहा कि इसका कारण चीन द्वारा एलएसी के साथ अनेक स्थानों पर तैनात अपने सैनिकों को सहायता प्रदान करना हो सकता है.

सूत्रों ने कहा कि चीनी चॉपर के बेड़े में एमआई 17 और उनके स्थानीय मध्यम-लिफ्ट हेलीकॉप्टर शामिल हैं.

पिछले कुछ महीनों में पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीन बड़े पैमाने पर हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके भारतीय क्षेत्र में उड़ान भर रहा है, जिसमें गलवान क्षेत्र भी शामिल है.

सूत्रों ने कहा कि चीनी सेना अक्सर अपने हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करती रही है और एलएसी पर भारतीय क्षेत्र के पास चीनी जवान गश्त करते रहते हैं.

गौरतलब है कि पिछले महीने लद्दाख में (एलएसी) पर चीनी हेलीकॉप्टर उड़ते दिखाई दिए थे, जिसके बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान वहां पेट्रोलिंग के लिए पहुंचे थे.

पढ़ें : चीन का दोहरा चरित्र : लद्दाख में तनाव के बीच फिर किया युद्धाभ्यास

विडंबना तो यह है कि एक तरफ वह गतिरोध सुलझाने के लिए बातचीत करने का दिखावा कर रहा है तो दूसरी ओर युद्ध की तैयारियों का प्रोपेगेंडा फैलाने में जुटा है.

चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने मध्य चीन के हुबेई प्रांत की सीमा के बीच ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद वाहनों के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास का आयोजन किया.

सैनिकों और साजो सामान को देश के उत्तर पश्चिम भाग में स्थित हुबेई प्रांत से मूव किया गया. इससे चीन संदेश देना चाहता है कि वह लद्दाख जैसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र के लिए तैयारी कर रहा है.

नई दिल्ली : भारत और चीन ने बीते सप्ताह कमांडर स्तर पर हुई बातचीत में सीमा विवाद का शांतिपर्ण समाधान निकालने की हामी भरी थी. लेकिन इसी दौरान चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप अपने इलाके में हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां बढ़ा दी हैं.

पिछले सात से आठ दिनों में चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियां एलएसी पर बढ़ गई हैं. सूत्रों ने कहा कि इसका कारण चीन द्वारा एलएसी के साथ अनेक स्थानों पर तैनात अपने सैनिकों को सहायता प्रदान करना हो सकता है.

सूत्रों ने कहा कि चीनी चॉपर के बेड़े में एमआई 17 और उनके स्थानीय मध्यम-लिफ्ट हेलीकॉप्टर शामिल हैं.

पिछले कुछ महीनों में पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीन बड़े पैमाने पर हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके भारतीय क्षेत्र में उड़ान भर रहा है, जिसमें गलवान क्षेत्र भी शामिल है.

सूत्रों ने कहा कि चीनी सेना अक्सर अपने हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करती रही है और एलएसी पर भारतीय क्षेत्र के पास चीनी जवान गश्त करते रहते हैं.

गौरतलब है कि पिछले महीने लद्दाख में (एलएसी) पर चीनी हेलीकॉप्टर उड़ते दिखाई दिए थे, जिसके बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान वहां पेट्रोलिंग के लिए पहुंचे थे.

पढ़ें : चीन का दोहरा चरित्र : लद्दाख में तनाव के बीच फिर किया युद्धाभ्यास

विडंबना तो यह है कि एक तरफ वह गतिरोध सुलझाने के लिए बातचीत करने का दिखावा कर रहा है तो दूसरी ओर युद्ध की तैयारियों का प्रोपेगेंडा फैलाने में जुटा है.

चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने मध्य चीन के हुबेई प्रांत की सीमा के बीच ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद वाहनों के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास का आयोजन किया.

सैनिकों और साजो सामान को देश के उत्तर पश्चिम भाग में स्थित हुबेई प्रांत से मूव किया गया. इससे चीन संदेश देना चाहता है कि वह लद्दाख जैसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र के लिए तैयारी कर रहा है.

Last Updated : Jun 8, 2020, 4:55 PM IST
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