मुंबईः एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि चीनी भारतीय उप-महाद्वीप की घेराबंदी कर रहे हैं. भारत को श्रीलंका और नेपाल पर नजर रखनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि पूर्वी लद्दाख में स्टैंड-ऑफ के मुद्दे पर चर्चा के लिए उन्होंने पूर्व विदेश सचिव विजय गोखले, सेवानिवृत्त एयर मार्शल भूषण गोखले, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल, अमोल कोल्हे और वंदना चव्हाण को आमंत्रित किया था.
ट्वीट कर पवार ने बताया कि चर्चा के दौरान चीन की एक बड़ी रणनीतिक और राजनीतिक सोच पर चिंता व्यक्त की गई जिसका उद्देश्य भारत के आर्थिक विकास को रोकना है.
पवार ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मैंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि चीन भारतीय उप-महाद्वीप को बड़े पैमाने पर घेरने की कोशिश कर रहा है. साथ ही दक्षिण चीन सागर में दखल पर भी चिंता व्यक्त की गई. शरद पवार ने श्रीलंका और नेपाल पर चीन के हस्तक्षेपों पर निगाह रखने की जरूरत पर जोर दिया.
पवार ने बताया कि विजय गोखले ने भारत-चीन संबंध के इतिहास के बारे में बात की. विशेष रूप से सीमा विवाद. पूर्व सचिव ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार साझा किए.
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एनसीपी अध्यक्ष ने कहा कि एयर मार्शल गोखले ने जोर देकर कहा कि भारत को समानांतर युद्ध के नए मोर्चों पर विचार करना चाहिए जिसमें आर्थिक मोर्चा, साइबर युद्ध, सूचना युद्ध, धारणा निर्माण आदि शामिल हैं.