लॉस एंजिल्स : अमेरिका के लॉस एंजिल्स में 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मामले में पाकिस्तान मूल के आतंकवादी तहव्वुर राणा को दोबारा गिरफ्तार किया गया है.
अमेरिकी अभियोजकों ने बताया कि आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के दोष में 10 साल से अधिक समय तक जेल की सजा काटने वाले शिकागो के बिजनेसमैन तहव्वुर राणा को 2008 में मुंबई में हुए हमलों के मामले में भारत में आरोपों का सामना करने के लिए गिरफ्तार किया गया है. इन हमलों में 160 से अधिक लोग मारे गए थे.
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को मुंबई हमलों के संबंध में एक अपराध का दोषी ठहराया गया था. हालांकि, 2011 में अमेरिकी अभियोजक तहव्वुर राणा के खिलाफ आतंकवाद के आरोप को साबित करने में विफल रहे थे. अदालत ने राणा को मुंबई में हमला करने वाले 10 लोगों की मदद करने के गंभीर आरोप से मुक्त कर दिया था.
अभियोजकों ने बताया कि आतंकी समूहों को सहायता करने का दोष 59 वर्षीय राणा 14 साल की सजा काट रहा था. उसे पिछले सप्ताह खराब स्वास्थ्य और कोरोना वायरस के कारण लॉस एंजिल्स की संघीय जेल से जल्दी रिहाई की अनुमति दी गई थी.
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हालांकि, रिहाई के दो दिन बाद राणा को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया और लॉस एंजिल्स में हिरासत में रखा गया है, क्योंकि वह मुंबई आतंकी हमला मामले में हत्या की साजिश के आरोपों का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित किया जाना है.
शिकागो की अदालत ने राणा को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए दोषी करार दिया था. इस आतंकवादी समूह ने भारत में हमले की योजना बनाई थी.
तहव्वुर राणा को डेनमार्क के उस अखबार पर हमला करने की योजना में मदद करने के लिए भी गिरफ्तार किया गया जिसने 2005 में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित किए थे. हालांकि इस हमले को अंजाम नहीं दिया गया था.
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राणा पर आरोप है कि उसने शिकागो स्थित अपने आव्रजन कानून उद्योग की एक शाखा डेविड हेडली को मुंबई में खोलने दी और डेनमार्क में कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर यात्रा करने में उसकी मदद की.
अभियोजकों का कहना है कि राणा जानता था कि हेडली ने आतंकवादी के तौर पर प्रशिक्षण लिया है. हेडली ने मुंबई और ताज महल पैलेस होटल की रेकी करने की सूचना साझा की थी जहां बंदूकधारियों ने दर्जनों लोगों की हत्या कर दी थी.