नई दिल्ली : भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर हाथरस में हुए गैंगरेप मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बर्खास्त किए जाने की मांग की है. इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे अब गरीब दलितों की नेता नहीं हैं.
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मैंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बर्खास्त किए जाने की मांग की है, जो व्यक्ति किसी की जाति देख कर निर्णय करता है, उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हाथरस में पीड़ित परिवार की जान को खतरा है. उन्होंने न्यायालय में पीड़ित परिवार को अपने साथ रखे जाने के लिए मंजूरी मांगी है.
आजाद समेत 400 से अधिक लोगों पर हाथरस दौरे को लेकर एपिडेमिक डिजीज एक्ट के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि उसी गांव में अभियुक्तों के समर्थन में एक पंचायत बुलाई गई, जिसमें 500 से अधिक लोग शामिल थे.
अपराधियों को सत्ता का संरक्षण है और जिस देश में अपराधियों के समर्थन में पंचायत होने लग जाए तो, समझा जा सकता है कि वह देश किस तरफ जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि यदि विपक्षी वाकई में दलितों के लिए आवाज उठाना चाहते हैं, तो हम उनसे मांग करते हैं कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से जवाब मांगे.
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती द्वारा हाथरस गैंगरेप मामले पर दिए गए बयान पर चंद्रशेखर ने कहा कि प्रदेश के ही लोगों ने मायावती को चार-चार बार मुख्यमंत्री बनाया था. उनका दुख अब मायावती को दिखाई नहीं देता है.
अगर इनका दुख दिखाई देता तो शायद इस लड़ाई को और मजबूती मिलती, लेकिन अब गरीब दलितों से उनके रिश्ते खत्म हो चुके हैं, इसीलिए गरीब दलितों की बात करना वह अब उचित नहीं समझती हैं.