नई दिल्ली : उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आगामी मानसून सत्र के दौरान सदन में सदस्यों के बैठने की व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की. सूत्रों का कहना है कि संसद के केंद्रीय कक्ष में लोकसभा की कार्यवाही आयोजित किए जाने की संभावना है, जिसमें सदस्य सामाजिक दूरी के मानदंडों को बनाए रखेंगे. इसी प्रकार निचले सदन (लोकसभा) के कक्ष में राज्यसभा की कार्यवाही हो सकती है.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव के बीच 23 मार्च को बजट सत्र अचानक समाप्त कर दिया गया, जिसके बाद से विपक्ष सरकारी कामकाज पर संसदीय निगरानी और जारी संकट पर एक सत्र की मांग कर रहा है.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'भारतीय संसद का वर्चुअल सेशन आयोजित किया जाना चाहिए. सरकार पर निगरानी के लिए गठित संसद की सभी चयनित समितियों और स्थायी समितियों को तत्काल सक्रिय किया जाना चाहिए.
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गौरतलब है कि सेंट्रल हॉल का उपयोग संसद की संयुक्त बैठक के लिए किया जाता है और वर्ष के अन्य दिनों में सदन की कार्यवाही में अंतराल के दौरान सांसद वहां बैठते हैं. मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए सेंट्रल हॉल में लोकसभा के 543 सदस्य सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हुए वहां रह सकते है. वहीं उच्च सदन में 245 सदस्य हैं, जो निचले सदम के कक्ष में सामाजिक दूरी के मानदंडों को बनाए रखते हुए बैठ सकते हैं.
इस बीच कांग्रेस सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह संसदीय समितियों की बैठकों से बचते हुए संसद विरोधी कार्य कर रही है.