नई दिल्ली : केन्द्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर परामर्श जारी किया है. गृह मंत्रालय ने एक परामर्श जारी कर कहा है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में चिकित्सकों, स्वास्थ्य एवं सफाई कर्मचारियों जैसे कोरोना योद्धाओं को महामारी के खिलाफ लड़ाई में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं को ध्यान में रखते हुए आमंत्रित किया जाना चाहिए.
परामर्श में कहा गया है कि संक्रमण से उबर चुके लोगों को भी इसमें आमंत्रित किया जाना चाहिए. सभी कार्यक्रम इस प्रकार से आयोजित किए जाने चाहिए कि बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा नहीं लगे और आयोजन के लिए प्रौद्योगिकी का सर्वश्रेष्ठ तरीके से इस्तेमाल किया जाए.
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव अनुज शर्मा की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कार्यक्रमों को वेबकास्ट किया जाए ताकि बड़ी संख्या में उन लोगों तक यह पहुंचे जो इनमें हिस्सा नहीं ले पाएंगे. मंत्रालय ने कहा कि यह उचित होगा कि स्वतंत्रता दिवस समारोहों के दौरान विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के संदेशों के जरिए तथा सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 'आत्मनिर्भर भारत' विषय का ठीक ढंग से प्रचार- प्रसार हो. हर साल स्वतंत्रता दिवस भव्यता, हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस साल भी स्वतंत्रता दिवस को अवसर के अनुकूल लगने वाले तरीके से मनाया जाएगा.
गृह मंत्रालय ने कहा कि वैश्विक महामारी के बीच स्वतंत्रता दिवस समारोहों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों या गतिविधियों का आयोजन करते वक्त कुछ एहतियाती कदमों का पालन करना अनिवार्य है. इन कदमों में शारीरिक दूरी बरकरार रखना, मास्क पहनना, साफ-सफाई की उचित व्यवस्था, अधिक भीड़-भाड़ से बचना, संवेदनशील लोगों को सुरक्षित रखना और स्वास्थ्य एवं गृह मंत्रालयों द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना शामिल है.
दिल्ली के लाल किले में होने वाले कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस और सशस्त्र बलों की तरफ से प्रधानमंत्री को सलामी देना, राष्ट्रीय ध्वज फहराना और 21 बंदूकों की सलामी, प्रधानमंत्री का भाषण, भाषण के तुरंत बाद राष्ट्रगान गाना और अंत में तिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़े जाना शामिल होगा. 'एट होम' स्वागत समारोह का आयोजन राष्ट्रपति भवन में होगा.
गृह मंत्रालय ने कहा कि राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में विभिन्न स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोहों के लिए निश्चित दिशा-निर्देश तय किए गए हैं. राज्य स्तर पर, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों में सुबह नौ बजे के बाद कार्यक्रम होगा जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराना, राष्ट्रगान बजाना, पुलिस द्वारा सलामी गारद की प्रस्तुति, मुख्यमंत्री का भाषण और राष्ट्रगान गाना शामिल होगा. राज्य स्तर पर जिस तरह के समारोह का उल्लेख किया गया है, वैसा ही आयोजन जिला, उपमंडल या प्रखंड स्तर और पंचायत मुख्यालयों या बड़े गांवों में किया जाएगा.
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जिला स्तर पर राष्ट्रीय ध्वज राज्य के मुख्यमंत्री या जिलाधिकारी उपमंडल स्तर पर उपमंडलीय मजिस्ट्रेट और पंचायत स्तर पर सरपंच या गांव के मुखिया फहरा सकते हैं. राज्यपालों या उपराज्यपालों द्वारा 'एट होम' स्वागत समारोह के संबंध में, मामला राज्यपालों और उपराज्यपालों के विवेकाधीन होगा. स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक महत्व वाले स्थानों पर पुलिस एवं सैन्य बैंडों की प्रस्तुति रिकॉर्ड की जा सकती है और जन समारोहों के दौरान बड़े पर्दों एवं डिजिटल मीडिया के माध्यम से तथा सोशल मीडिया पर इन रिकॉर्ड किए गए कार्यक्रमों को दिखाया जा सकता है.