नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने शनिवार को यहां कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद अब वहां सब कुछ शांत हो गया है. हरियाणा भवन में 'कश्मीर का सच' रिपोर्ट के विमोचन के अवसर पर उन्होंने कहा कि पिछले सात महीनों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने जिस तरीके का बर्ताव किया है, वह हम सब को सोचने पर मजबूर कर देता है. उन्होंने मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि यदि किसी को हनीमून मनाना हो तो वह गुलमर्ग जा सकता है.
राम माधव ने कहा, 'जो कश्मीर आम तौर पर पत्थरबाजी, हिंसा और आतंकवाद के लिए जाना जाता था, उस कश्मीर के लोगों ने पिछले सात महीने में जो व्यवहार दिखाया है, वह सभी को आश्चर्यचकित करने वाला है.
भाजपा महासचिव ने कहा कि घाटी में ऐसे नेताओं को जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत अंदर रखा गया, जो खुद को माई-बाप समझते हैं. तब भी जम्मू-कश्मीर की जनता ने अपना रोष जाहिर नहीं किया.
उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर से जो 370 खत्म करने का निर्णय लिया था, वह सही था और कश्मीर की जनता ने इसे रातों-रात स्वीकार कर लिया.'
राम माधव ने कहा, 'विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने हमसे कई बार यह कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का निर्णय हमने वहां के लोगों की अनुमति के बिना कर लिया, लेकिन हमने उनको बताया कि हमें यह 70 सालों से मंजूर नहीं था और इसे तो हटाना ही था.'
उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर की जनता अनुभव करके यह देखना चाहती है कि उसके लिए इस अनुच्छेद का हटना बेहतर है या नहीं. इसलिए अब हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद उनका जीवन यापन और अच्छा हो.'
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भाजपा नेता ने कहा, 'अब हमारा कर्तव्य बनता है कि हम सब अपनी छुट्टियां मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर जाएं.'
उन्होंने कहा कि जिसे भी तीर्थ यात्रा करनी है, वह इस बार आने वाली अमरनाथ यात्रा में जाए. अमरनाथ यात्रा हिन्दुओं के लिए बहुत बड़ी धार्मिक यात्रा है और कश्मीरियों के लिए आर्थिक दृष्टि से एक बहुत बड़ा माध्यम है. इसके साथ ही उन्होंने मनोरंजक अंदाज में कहा कि यदि किसी को हनीमून बनाना हो तो वह गुलमर्ग जाए.