नई दिल्ली/लखनऊ : हाथरस गैंगरेप केस में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. मंगलवार को सीबीआई पीड़िता के गांव, घटनास्थल और श्मशान घाट पहुंच कर वहां की जांच की. सीबीआई ने बुधवार पीड़िता के तीन भाइयों को पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके अलावा हाथरस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार ने हलफनामा दायर किया है. वहीं पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर भी एक जनहित याचिका दायर की गई है.
यूपी सरकार का हलफनामा
यूपी सरकार ने हाथरस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया, जिसमें कहा गया है कि पीड़ित परिवार और गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तीन-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की गई है. साथ ही राज्य सरकार ने अदालत से अपील की है कि कोर्ट सीबीआई को जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दे.
पुलिस के खिलाफ जनहित याचिका
वहीं हाथरस मामले के आरोपियों के खिलाफ मिले सबूत नष्ट करने और उन्हें बचाने में कथित भूमिका के लिए पुलिस अधिकारियों, अस्पताल के कर्मचारियों, चिकित्सा अधिकारियों और अन्य सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक ताजा जनहित याचिका दायर की गई है.
इससे पहले सीबीआई मंगलवार को पीड़िता के भाई को पुछताछ के लिए अपने साथ ले गई थी. सीबीआई ने उससे घंटों पूछताछ की.
हाथरस मामलाः एक नजर-
घटना के दौरान गंभीर रूप से घायल युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई थी. आरोप है कि गांव के चार युवकों ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी थी.
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित युवती के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में बीते तीन अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. सीएम योगी ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी थी. सीएम योगी ने सीबीआई जांच की सिफारिश उस समय की थी, जब विपक्षी दलों की ओर से मामले की सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी.