लखनऊ : बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे और बहुजन समाज पार्टी के विधायक विनय शंकर तिवारी और उनकी पत्नी के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है. सीबीआई की यह कार्रवाई 764 करोड़ रुपये के लोन घोटाले के मामले में की गई है. बता दें, विनय तिवारी गोरखपुर के चिल्लूपार से बसपा के विधायक हैं. विनय शंकर तिवारी के कई ठिकानों पर सोमवार को एक साथ सीबीआई ने छापेमारी की. वहीं, उनकी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के ऑफिस में भी सीबीआई की टीम ने दस्तावेज खंगाले हैं.
सीबीआई ने बसपा विधायक की कंपनी गंगोत्री कंस्ट्रक्शन इंटरप्राइजेज पर 1500 करोड़ रुपये के लोन की धोखाधड़ी मामले को लेकर उन पर और उनकी पत्नी रीता तिवारी पर 764 करोड़ की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है.
सात ठिकानों पर हुई सीबीआई की छापेमारी
चिल्लूपार विधानसभा सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के सात ठिकानों पर सोमवार को सीबीआई ने छापा मारा. लखनऊ, नोएडा, गोरखपुर के ठिकानों पर एक साथ सीबीआई की टीम ने छापा मारा है. लखनऊ के गोमती नगर और पार्क रोड स्थित कंपनी के ऑफिस और आवास पर सीबीआई की छापेमारी हुई है, जिसमें टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है. विनय शंकर तिवारी की कंपनी गंगोत्री एंटरप्राइजेज के नाम से फर्जी कागजात के आधार पर 1500 करोड़ों रुपये का लोन दिया गया था. इस मामले की शिकायत सीबीआई से एक साल पहले हुई थी.
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नहीं किया गया लोन का भुगतान
जानकारी के मुताबिक, विनय शंकर तिवारी की फर्म गंगोत्री इंटरप्राइजेज के लिए 1500 करोड़ रुपये का लोन लिया गया था. लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग भी किया गया था. बाद में कंपनी ने लोन का भुगतान भी नहीं किया. सोमवार को सीबीआई ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के अलावा मैसर्स रॉयल एंपायर मार्केटिंग लिमिटेड, मैसर्स कंदर्प होटल प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर भी छापेमारी की है.