ETV Bharat / bharat

CBI ने डीआरडीओ के दो अधिकारियों को देहरादून से गिरफ्तार किया - रिश्वत लेते डीआरडीओ के अधिकारी गिरफ्तार

सीबीआई ने देहरादून में गैरिसन इंजीनियर के कार्यालय से एक सहायक गैरिसन इंजीनियर (एजीई) और एक जूनियर इंजीनियर (जेई) को बिलों को मंजूरी देने के एवज में एक ठेकेदार से 40,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है.​​​​​​​

etvbharat
सीबीआई
author img

By

Published : Jan 22, 2020, 9:47 PM IST

Updated : Feb 18, 2020, 1:19 AM IST

देहरादून: सीबीआई ने देहरादून में गैरिसन इंजीनियर के कार्यालय से एक सहायक गैरिसन इंजीनियर (एजीई) और एक जूनियर इंजीनियर (जेई) को बिलों को मंजूरी देने के एवज में एक ठेकेदार से 40,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि एजीई के. के. सिंघल और जेई जहांगीर अहमद को जांच एजेंसी ने एक ठेकेदार के बिलों को मंजूरी देने के लिए कथित रूप से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया.

उन्होंने बताया कि दोनों 20-20 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे.

अधिकारियों के अनुसार आरोपी व्यक्तियों के घरों की तलाशी ली जारी है.

उन्होंने बताया कि शिकायत में बताया गया है कि रुद्राक्ष एंटरप्राइजेज को 2018-19 में 8.75 लाख रुपये और 12.29 लाख रुपये के दो ठेके मिले थे.

उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने आरोप लगाया कि 85 प्रतिशत काम पूरा होने के बाद मार्च 2019 में उसे 3.49 लाख रुपये का भुगतान किया गया.

ठेकेदार ने आरोप लगाया कि शेष 15 प्रतिशत काम को शुरू करने के लिए सिंघल पूरी साइट उपलब्ध नहीं करा रहा था.

अधिकारी ने बताया कि यह भी आरोप लगाया गया कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अहमद उनकी माप पुस्तक को पूरा नहीं कर रहा था और सिंघल ठेकेदार की भुगतान राशि भी जारी नहीं कर रहा था.

ये भी पढ़ें- दार्जिलिंग में ममता ने भरी हुंकार, कहा-कोई यहां विभाजन नहीं कर पाएगा

उन्होंने कहा कि दोनों ने बकाया भुगतान जारी करने के लिए 20 जनवरी को उससे 20-20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी.

उन्होंने बताया कि जब वे कथित तौर पर रिश्वत ले रहे थे तभी जांच एजेंसी ने उन्हें पकड़ लिया.

देहरादून: सीबीआई ने देहरादून में गैरिसन इंजीनियर के कार्यालय से एक सहायक गैरिसन इंजीनियर (एजीई) और एक जूनियर इंजीनियर (जेई) को बिलों को मंजूरी देने के एवज में एक ठेकेदार से 40,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि एजीई के. के. सिंघल और जेई जहांगीर अहमद को जांच एजेंसी ने एक ठेकेदार के बिलों को मंजूरी देने के लिए कथित रूप से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया.

उन्होंने बताया कि दोनों 20-20 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे.

अधिकारियों के अनुसार आरोपी व्यक्तियों के घरों की तलाशी ली जारी है.

उन्होंने बताया कि शिकायत में बताया गया है कि रुद्राक्ष एंटरप्राइजेज को 2018-19 में 8.75 लाख रुपये और 12.29 लाख रुपये के दो ठेके मिले थे.

उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने आरोप लगाया कि 85 प्रतिशत काम पूरा होने के बाद मार्च 2019 में उसे 3.49 लाख रुपये का भुगतान किया गया.

ठेकेदार ने आरोप लगाया कि शेष 15 प्रतिशत काम को शुरू करने के लिए सिंघल पूरी साइट उपलब्ध नहीं करा रहा था.

अधिकारी ने बताया कि यह भी आरोप लगाया गया कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अहमद उनकी माप पुस्तक को पूरा नहीं कर रहा था और सिंघल ठेकेदार की भुगतान राशि भी जारी नहीं कर रहा था.

ये भी पढ़ें- दार्जिलिंग में ममता ने भरी हुंकार, कहा-कोई यहां विभाजन नहीं कर पाएगा

उन्होंने कहा कि दोनों ने बकाया भुगतान जारी करने के लिए 20 जनवरी को उससे 20-20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी.

उन्होंने बताया कि जब वे कथित तौर पर रिश्वत ले रहे थे तभी जांच एजेंसी ने उन्हें पकड़ लिया.

Intro:Body:

देहरादून सीबीआई



दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने 



डीआरडीओ के दो अधिकारी रिश्वत लेते ट्रैप किया।



ठेकेदार का पेमेंट जारी करने के लिए मांगी थी 20-20 हजार रुपये रिश्वत।



सीबीआई ने डीआरडीओ से किए गिरफ्तार। 



दिन में हुई गिरफ्तारी



दिल्ली ले गए पकड़े गए आरोपियो को



*नोट-- मामला रक्षा मंत्रालय के R&D  रिसर्च एंड डेवलपमेंट से जुड़ा है लिहाजा किसी तरह की फ़ोटो बाइट सम्भव नही है टीम ने दिल्ली में जा कर प्रेस नॉट जारी किया है*


Conclusion:
Last Updated : Feb 18, 2020, 1:19 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.