कोहिमा : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे नगा छात्र संघ (एनएसएफ) द्वारा आहूत छह घंटे के बंद के बीच नगालैंड के कई हिस्सों में शनिवार को स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद रहे और सड़कों से वाहन नदारद रहे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि उन इलाकों से अब तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है, जहां सुबह छह बजे से बंद शुरू हुआ.
प्रदर्शनकारियों ने हालांकि परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे छात्रों, ड्यूटी पर जा रहे चिकित्साकर्मियों, मीडियाकर्मियों और वैवाहिक समारोहों में शामिल होने जा रहे लोगों को सड़कों से जाने दिया.
राज्य की राजधानी कोहिमा में भी बंद के कारण अधिकतर व्यावसायिक प्रतिष्ठान नहीं खुले, जिससे पूरा क्षेत्र सुनसान पड़ा रहा. एनएसएफ के उपाध्यक्ष डिएवी यानो ने नागरिकता संशोधन कानून की निंदा करते हुए कहा कि इसमें पूर्वोत्तर के लोगों की भावनाओं का ध्यान में नहीं रखा गया.
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एनएसएफ ने एक बयान में कहा, ' एनएसएफ की आपातकालीन कार्यकारी परिषद की शुक्रवार को आयोजित बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार नगा इलाकों में 14 दिसंबर को सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक छह घंटे के बंद का आह्वान किया गया.'
बयान में कहा गया, 'यह बंद संसद में विवादास्पद कैब पारित किए जाने के खिलाफ नगा लोगों के असंतोष को दर्शाने के लिए आहूत किया गया. यह कानून पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों के हितों एवं भावनाओं के खिलाफ है.'
एनएसएफ ने मणिपुर, असम और नगालैंड में अपनी सभी इकाइयों से इस बंद के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा था.