नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी से सटे नोएडा में बीते 4 अगस्त को गोली से घायल व्यक्ति को जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया था. बाद में उस व्यक्ति के सिर में दर्द होने पर पता चला कि उसके सिर में गोली फंसी हुई है.
डॉक्टरों की इस लापरवाही से नाराज स्थानीय किसानों ने शुक्रवार को जिला अस्पताल पर जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गए. काफी मान मनोबल और आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ.
क्या था मामला
बता दें कि शरीफ नाम के व्यक्ति को सिर में गोली तब लगी जब बीते 4 अगस्त की सुबह सब्जी ढोने के विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर गोलियों की बरसात कर दी थी. बताया जाता है कि 3 बाइक पर सवार बदमाशों ने 20 से ज्यादा गोलियां चलाई संयोग से बदमाशों ने जिसे मारने के लिए गोलियां चलाई उसे एक भी गोली नहीं लगी थी. जब कि सब्जी ढोने वाले एक वाहन पर सवार व्यक्ति के अलावा बाइक से जा रहे दो लोगों को गोली लग गई थी.
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बता दें कि इस घटना के बाद शरीफ घायल हो गया था, जिसके बाद वह इलाज के लिए जिला अस्पताल गया था. जहां उसकी डॉक्टरी कराई गई थी. उस समय डॉक्टर ने बिना गोली निकाले पट्टी बांधकर पीड़ित को वहां से घर भेज दिया था. अब दर्द होने पर डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि गोली सिर में फंसी है.
किसानों ने किया अस्पताल में हंगामा
डॉक्टरों की इस लापरवाही से नाराज भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल में हंगामा किया और धरने पर बैठ गए. किसानों का कहना है कि जब तक पीड़ित का इलाज नहीं होगा और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक धरने पर बैठे रहेंगे.