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BSNL के करीब 75,000 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चुना

सरकारी दूरसंचार कम्पनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के लगभग 75,000 कर्मचारी अब तक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का विकल्प चुन चुके हैं. कम्पनी ने आंतरिक तौर पर लक्ष्य रखा था कि करीब 77,000 कर्मचारी इस विकल्प का चुनाव करेंगे.

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Published : Nov 15, 2019, 12:00 AM IST

नयी दिल्ली : सरकारी दूरसंचार कम्पनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के लगभग 75,000 कर्मचारी अब तक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का विकल्प चुन चुके हैं. कम्पनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पी. के. पुरवार ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

कम्पनी की वीआरएस योजना को चुनने के लिए करीब एक लाख कर्मचारी योग्य हैं. जबकि कम्पनी के कुल कर्मचारियों की संख्या करीब डेढ़ लाख है.

दरअसल, कम्पनी ने आंतरिक तौर पर लक्ष्य रखा है कि करीब 77,000 कर्मचारी इस विकल्प का चुनाव करेंगे. मौजूदा योजना के तहत वीआरएस लेने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2020 निर्थारित की गयी है.

बता दें कि स्‍वैच्छिक सेवा निवृत्ति योजना (वीआरएस) कर्मचारियों की मौजूदा संख्‍या में समग्र कमी की व्‍यवस्‍था करने के लिए सर्वाधिक मानवीय तकनीक है.

यह तकनीक कम्पनियों द्वारा औद्योगिक इकाई में नियोजित कार्य बल में कमी लाने के लिए प्रयोग की जाती है.

पढ़ें - 1962 के युद्ध ने विश्व मंच पर भारत को काफी नुकसान पहुंचाया : जयशंकर

यह अधिक जनशक्ति को कम करने और संगठन के कार्य निष्‍पादन में सुधार लाने के लिए आम तौर पर प्रयोग में लायी जाती है. इस योजना को 'गोल्‍डन हैंडशेक' नाम से भी जाना जाता है.

बीएसएनल की मौजूदा वीआरएस स्कीम-2019 तीन दिसम्बर तक खुली रहेगी। बीएसएनएल को उम्मीद है कि यदि 70 से 80 हजार लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं तो इससे वेतन मद में सात हजार करोड़ रुपये बचेंगे,

नयी दिल्ली : सरकारी दूरसंचार कम्पनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के लगभग 75,000 कर्मचारी अब तक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का विकल्प चुन चुके हैं. कम्पनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पी. के. पुरवार ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

कम्पनी की वीआरएस योजना को चुनने के लिए करीब एक लाख कर्मचारी योग्य हैं. जबकि कम्पनी के कुल कर्मचारियों की संख्या करीब डेढ़ लाख है.

दरअसल, कम्पनी ने आंतरिक तौर पर लक्ष्य रखा है कि करीब 77,000 कर्मचारी इस विकल्प का चुनाव करेंगे. मौजूदा योजना के तहत वीआरएस लेने की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2020 निर्थारित की गयी है.

बता दें कि स्‍वैच्छिक सेवा निवृत्ति योजना (वीआरएस) कर्मचारियों की मौजूदा संख्‍या में समग्र कमी की व्‍यवस्‍था करने के लिए सर्वाधिक मानवीय तकनीक है.

यह तकनीक कम्पनियों द्वारा औद्योगिक इकाई में नियोजित कार्य बल में कमी लाने के लिए प्रयोग की जाती है.

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यह अधिक जनशक्ति को कम करने और संगठन के कार्य निष्‍पादन में सुधार लाने के लिए आम तौर पर प्रयोग में लायी जाती है. इस योजना को 'गोल्‍डन हैंडशेक' नाम से भी जाना जाता है.

बीएसएनल की मौजूदा वीआरएस स्कीम-2019 तीन दिसम्बर तक खुली रहेगी। बीएसएनएल को उम्मीद है कि यदि 70 से 80 हजार लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं तो इससे वेतन मद में सात हजार करोड़ रुपये बचेंगे,

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BIZ-BSNL-EMPLOYEES VRS
Nearly 75,000 BSNL employees have opted for VRS so far: Chairman

         New Delhi, Nov 14 (PTI) As many as 75,000 employees of Bharat Sanchar Nigam Ltd (BSNL) have already opted for the VRS scheme which rolled out recently, Chairman and Managing Director of the state-owned telecom corporation PK Purwar said on Thursday.
         In all, nearly one lakh BSNL employees are eligible for the Voluntary Retirement Scheme (VRS) out of its total staff strength of about 1.50 lakh. BSNL has pegged its internal target for VRS at 77,000 employees, and the effective date of voluntary retirement under the present scheme is January 31, 2020.
         Purwar told PTI on Thursday that the number of VRS optees have reached 75,000.
         The 'BSNL Voluntary Retirement Scheme - 2019' that was rolled out last week, will remain open till December 3. BSNL is looking at savings of about Rs 7,000 crore in wage bill, if 70,000-80,000 personnel opt for the scheme.
         According to the scheme, all regular and permanent employees of BSNL including those on deputation to other organisations or posted outside the corporation on deputation basis, who attended the age of 50 years or above are eligible to seek voluntary retirement under the scheme.
         The amount of ex-gratia for any eligible employee will be equal to 35 days salary for each completed year of service and 25 days salary for every year of service left until superannuation.
         Mahanagar Telephone Nigam Ltd (MTNL) too has rolled out a VRS for its employees. The scheme, based on Gujarat Model, will also be open for employees till December 3, 2019.
         The Union Cabinet last month had approved the plan to combine MTNL - which provides services in Mumbai and New Delhi - with BSNL that services the rest of the nation.
         The rescue package approved by the government includes infusion of Rs 20,140 crore for purchase of 4G spectrum, Rs 3,674 crore for GST to be paid on spectrum allocation, companies raising Rs 15,000 crore in debt on the sovereign guarantee and government funding Rs 17,160 crore VRS and another Rs 12,768 crore towards retirement liability.
         The two firms will also monetise assets worth Rs 37,500 crore in the next three years. MTNL has reported losses in nine of the past 10 years and BSNL too has been ringing in loss since 2010. The total debt on both the companies stood at Rs 40,000 crore, of which half of the liability is on MTNL alone. PTI MBI
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