मुंबई : वेश्यालयों की जगह के रूप में पहचान रखने वाले मुंबई के ग्रांट रोड इलाके की पहचान अब बदल जाएगी. एक स्थानीय मुस्लिम ने वह इमारत खरीद ली है, जहां वेश्यालय संचालित होता था. उन्होंने इमारत को पास की मस्जिद के हवाले कर दिया. मस्जिद वेश्यालय की इमारत के ठीक पीछे स्थित थी. इस मस्जिद को ग्रांट रोड मस्जिद के रूप में जाना जाता है. यह मस्जिद मुंबई में ग्रांट रोड एरिया स्टेशन के सामने स्थित है.
मस्जिद में जगह बड़ी हो गई
बीस साल के लंबे संघर्ष के बाद एक स्थानीय निवासी ने वेश्यालय की इमारत को खरीद कर उसे मस्जिद को समर्पित कर दिया. नए भवन को प्राप्त करने के बाद मस्जिद प्रबंधन ने इसे मुख्य मस्जिद की इमारत से जोड़ दिया. मस्जिद के प्रबंधन ने इस सौदे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए कि वेश्यालय की इमारत का अधिग्रहण किया जाए. मस्जिद के प्रबंधकों में से एक असलम खलची कहते हैं कि पहले से मौजूद मस्जिद का ढांचा छोटा था, लेकिन इस नए इमारत के बाद मस्जिद में जगह बड़ी हो गई है.
नमाजियों और निवासियों को होती थी असुविधा
खलची लंबे समय से इस मस्जिद में नमाज पढ़ते आ रहे हैं. उनका कहना है कि मस्जिद से सटी इमारत में वेश्यावृत्ति कष्ट देती थी. यौनकर्मियों को वेश्यालय और इसके आस-पास की सड़कों पर लाइन में खड़ा किया जाता था. यौनकर्मियों और उनके ग्राहकों की उपस्थिति नमाजियों और निवासियों के लिए असुविधा का कारण थी. अल्लाह का शुक्र है, अब स्थिति बदल गई है. बता दें कि ग्रांट रोड के अलावा कई अन्य क्षेत्रों जैसे कि प्लेहाउस, लेमिंगटन रोड, कामाथीपुरा को मुंबई का कुख्यात रेड-लाइट क्षेत्र माना जाता है. इन सभी क्षेत्रों में निवासियों ने यह सुनिश्चित करने का असफल प्रयास किया है कि ये वेश्यावृत्ति बाजार बंद हो जाएं.