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संदीप दीक्षित ने कहा- सीएए लाकर फंस गई सरकार - सीएए में फंस गई सरकार

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि भाजपा ने असम में बाहर से आए लगभग 14 लाख हिंदूओं को बचाने के लिए धर्म के आधार पर सीएए लाई और इसी में फंस गई. पढ़ें पूरी खबर.

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संदीप दीक्षित
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Published : Dec 24, 2019, 8:37 PM IST

नई दिल्ली : पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है. कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि प्रदर्शन अच्छी दिशा में जाता दिखाई दे रहा है. इसके साथ ही उन्होने कहा कि जब भाजपा सरकार असम में फंस गई तब जाकर सीएए लेकर आई.

उन्होंने कहा कि असम के लोग चाहते थे कि जो भी राज्य में बाहर से आए उन्हें नागरिकता न दी जाए. चाहे वह जिस धर्म के नागरिक हो.

भाजपा सरकार इस चक्कर में फंस गई कि जो 20 लाख एनआरसी से बाहर हुए उनमें लगभग 14 लाख हिंदू है और मुस्लिम है. जो सरकार अपने आप को हिंदूवादी बताती है वो कैसे इन लोगों को बाहर कर दें.

संदीप दीक्षित से ईटीवी भारत ने की बात.

असम के लोगों की लड़ाई थी कि इन सभी लोगों को बाहर किया जाए लेकिन जो सरकार पूरी तरह से संप्रदायिक है वह कैसे हिंदूओं को नागरिकता न दें. इसी चक्कर में सीएए लाए थे और उसे धर्म का नाम दिया था. इसी में वह फंस गए.

पढ़ें : केंद्रीय कैबिनेट ने NPR अपडेट करने को दी मंजूरी, विस्तार से जानें

जादवपुर विश्वविद्यालय में राज्यपाल जगदीप धनकड़ का गत सोमवार विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस पर उन्होंने कहा कि जब राज्यपाल अपने कार्यो को भूलकर काम करेंगे तो उसके खिलाफ जरूर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

जब उनसे पूछा गया कि क्या ममता बनर्जी के बहकावे पर राज्यपाल को काला झंडा दिखाया गया तो उन्होंने कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय में पढ़ें लिखे छात्र है वह किसी राजनीतिक नेता के बहकावे में क्यों आएंगे.

सरकार कहना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मेरठ में राजनीति का जायजा लेने वहां गए हैं. तो उन्होंने कहा कि जब इस देश में सरकार के बर्बरता के कारण मौत होती है तो हर राजनेता का कर्तव्य है किसी उसे वहां पर जाना चाहिए. यदि मानवीय भवनाओं को राजनीति से जोड़ रहे हैं तो आपको शर्म आनी चाहिए.

नई दिल्ली : पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है. कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि प्रदर्शन अच्छी दिशा में जाता दिखाई दे रहा है. इसके साथ ही उन्होने कहा कि जब भाजपा सरकार असम में फंस गई तब जाकर सीएए लेकर आई.

उन्होंने कहा कि असम के लोग चाहते थे कि जो भी राज्य में बाहर से आए उन्हें नागरिकता न दी जाए. चाहे वह जिस धर्म के नागरिक हो.

भाजपा सरकार इस चक्कर में फंस गई कि जो 20 लाख एनआरसी से बाहर हुए उनमें लगभग 14 लाख हिंदू है और मुस्लिम है. जो सरकार अपने आप को हिंदूवादी बताती है वो कैसे इन लोगों को बाहर कर दें.

संदीप दीक्षित से ईटीवी भारत ने की बात.

असम के लोगों की लड़ाई थी कि इन सभी लोगों को बाहर किया जाए लेकिन जो सरकार पूरी तरह से संप्रदायिक है वह कैसे हिंदूओं को नागरिकता न दें. इसी चक्कर में सीएए लाए थे और उसे धर्म का नाम दिया था. इसी में वह फंस गए.

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जादवपुर विश्वविद्यालय में राज्यपाल जगदीप धनकड़ का गत सोमवार विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस पर उन्होंने कहा कि जब राज्यपाल अपने कार्यो को भूलकर काम करेंगे तो उसके खिलाफ जरूर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

जब उनसे पूछा गया कि क्या ममता बनर्जी के बहकावे पर राज्यपाल को काला झंडा दिखाया गया तो उन्होंने कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय में पढ़ें लिखे छात्र है वह किसी राजनीतिक नेता के बहकावे में क्यों आएंगे.

सरकार कहना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मेरठ में राजनीति का जायजा लेने वहां गए हैं. तो उन्होंने कहा कि जब इस देश में सरकार के बर्बरता के कारण मौत होती है तो हर राजनेता का कर्तव्य है किसी उसे वहां पर जाना चाहिए. यदि मानवीय भवनाओं को राजनीति से जोड़ रहे हैं तो आपको शर्म आनी चाहिए.

Intro:New Delhi: Senior Congress leader and former MP Sandeep Dixit on Tuesday said that the BJP government is in trouble with its own Citizneship Amendment Act (CAA).


Body:With anti-CAA and anti-National Register of Citizen (NRC) agitation continues unabated, the former Congress Parliamentarian Dixit said that the agitation is spontaneous.

"BJP is in deep trouble. They tried to go ahead with the NRC in Assam but when lakhs of Hindus were excluded from the NRC list, this party has brought CAB (now CAA)...they're trying to divide the country on the basis of religion," said Dixit while talking to ETV Bharat.

He claimed that the on going agitation will continue untill and unless government does not withdraw CAA.

Referring to the issue where West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar was shown black flag allegedly by Jadavpur University (JU) students on Monday, Dixit said that if a Governor gives his statement which is anti-people, he was sure to face such criticism.

"West Bengal Governor has given his statement over CAA, which people of the state did not like and people has the right to express their anger," said Dixit adding that the move taken by JU was spontaneous.


Conclusion:On the issue of Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi's visit to Meerut to meet kin of deceased protesters, Dixit said it is BJP which is politicizing the issue.

"It's common if some unfortunate incident happened especially by the brutal forces of the government, leaders should go and meet the victims. So there was no harm if Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi went to Meerut to meet kin of the deceased," said Dixit.

Both Rahul and Priyanka was heading towards Meerut to meet the kin who died in police firing while doing protest against CAA. But the duo were stopped by police from entering Meerut.

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