ETV Bharat / bharat

कर्नाटक : भाजपा ने राज्य सभा उपचुनाव के लिए डॉ. के नारायण को किया नामित

भाजपा ने राज्य सभा उम्मीदवार के लिए आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले के. नारायण को चुना है. अशोक गस्ती के निधन के कारण राज्य सभा की यह सीट रिक्त हो गई थी. चुनाव एक दिसंबर को होगा.

dr. narayan2
dr. narayan2
author img

By

Published : Nov 17, 2020, 10:43 PM IST

बेंगलुरु : भाजपा ने कर्नाटक से राज्य सभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आश्चर्यजनक रूप से के. नारायण को चुना गया है. डॉ. नारायण आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले नेता हैं.

पार्टी ने के. नारायण को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा मंगलवार को की. अशोक गस्ती के निधन के कारण राज्य सभा की यह सीट रिक्त थी और एक दिसंबर को उपचुनाव होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 नवंबर है.

68 वर्षीय के. नारायण मेंगलुरु के रहने वाले हैं. वह देवांगा समुदाय के हैं और उनका पत्रिका के प्रकाशन और मुद्रण का कारोबार है. बेंगलुरु में स्पैन प्रिंटर्स नामक एक प्रकाशन कंपनी के मालिक हैं. नारायण ने एक तुलु पत्रिका के संपादक के रूप में भी काम किया है. आम लोगों के बीच संस्कृत को लोकप्रिय बनाने के मकसद से नारायण ने मासिक पत्रिका 'सम्भाषण संदेश' का प्रकाशन शुरू किया था. इस पत्रिका का सितंबर 1994 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक प्रोफेसर राजेंद्र सिम्हा ने विमोचन किया था. उसके बाद से नारायण पिछले 25 साल से संस्कृत पत्रिका का प्रकाशन कर रहे हैं. वह पत्रिका 'तुलुवेरे कडिगे' के संपादक भी हैं. वह कर्नाटक भाजपा के (बुनकर प्रकोष्ठ) ‘नेकारा प्रकोष्ठ’ के सहसंयोजक और हिंदू सेवा प्रतिष्ठान के कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं.

पढे़ं-बंगाल में रोजगार के लिए गुजरात मॉडल लागू करना चाहती है भाजपा : घोष

बेंगलुरु : भाजपा ने कर्नाटक से राज्य सभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आश्चर्यजनक रूप से के. नारायण को चुना गया है. डॉ. नारायण आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले नेता हैं.

पार्टी ने के. नारायण को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा मंगलवार को की. अशोक गस्ती के निधन के कारण राज्य सभा की यह सीट रिक्त थी और एक दिसंबर को उपचुनाव होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 नवंबर है.

68 वर्षीय के. नारायण मेंगलुरु के रहने वाले हैं. वह देवांगा समुदाय के हैं और उनका पत्रिका के प्रकाशन और मुद्रण का कारोबार है. बेंगलुरु में स्पैन प्रिंटर्स नामक एक प्रकाशन कंपनी के मालिक हैं. नारायण ने एक तुलु पत्रिका के संपादक के रूप में भी काम किया है. आम लोगों के बीच संस्कृत को लोकप्रिय बनाने के मकसद से नारायण ने मासिक पत्रिका 'सम्भाषण संदेश' का प्रकाशन शुरू किया था. इस पत्रिका का सितंबर 1994 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक प्रोफेसर राजेंद्र सिम्हा ने विमोचन किया था. उसके बाद से नारायण पिछले 25 साल से संस्कृत पत्रिका का प्रकाशन कर रहे हैं. वह पत्रिका 'तुलुवेरे कडिगे' के संपादक भी हैं. वह कर्नाटक भाजपा के (बुनकर प्रकोष्ठ) ‘नेकारा प्रकोष्ठ’ के सहसंयोजक और हिंदू सेवा प्रतिष्ठान के कार्यकारी निदेशक भी रह चुके हैं.

पढे़ं-बंगाल में रोजगार के लिए गुजरात मॉडल लागू करना चाहती है भाजपा : घोष

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.