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'महाराष्ट्र में दोबारा BJP का मुख्यमंत्री बनेगा'

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही खींचतान पर भाजपा ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में दोबारा बीजेपी का सीएम बनेगा. पढ़ें विस्तार से

शाहनवाज हुसैन
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Published : Nov 1, 2019, 12:02 AM IST

नई दिल्ली : बीजेपी अपने गठबंधन की पार्टियों के बीच कश्मकश में घिर गई है. महाराष्ट्र में शिवसेना अन्य विपक्षी पार्टी से भी ज्यादा आंखे तरेर रही है. शिवसेना सरकार गठन के लिए सीएम पद के साथ ही अन्य मांगों पर अड़ी हुई है. भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है और भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनेगी और बीजेपी का सीएम बनेगा.

इसके अलावा बिहार में सहायक पार्टी जदयू ने भी पहले केंद्र की कैबिनेट में जगह देने का दबाव बनाया. हालांकि, दूसरे दिन नीतीश कुमार ने इस बात का खंडन कर दिया, लेकिन जदयू ने अहसास दिल दिया कि समय आने पर वो केंद्र में जगह मांग सकती है. बता दें, जेडीयू पहले एक मंत्री पद दिए जाने से नाराज था.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका नहीं जानतीं कि सरदार किसी पार्टी के नहीं पूरे देश के थे और आजादी के वक्त जिन लोगों ने संघर्ष किया, भाजपा सभी का सम्मान करती है.

शाहनवाज हुसैन से बातचीत

उन्होंने आगे कहा कि नेहरू जी के नाम पर पूरे देश का नाम रखना, इंदिरा-राजीव के नाम पर संस्थाओं के नाम रखना, भाजपा इस तरह के सिलेक्टिव काम नहीं करती. भाजपा सभी महापुरुषों का सम्मान करती है.

नई दिल्ली : बीजेपी अपने गठबंधन की पार्टियों के बीच कश्मकश में घिर गई है. महाराष्ट्र में शिवसेना अन्य विपक्षी पार्टी से भी ज्यादा आंखे तरेर रही है. शिवसेना सरकार गठन के लिए सीएम पद के साथ ही अन्य मांगों पर अड़ी हुई है. भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है और भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनेगी और बीजेपी का सीएम बनेगा.

इसके अलावा बिहार में सहायक पार्टी जदयू ने भी पहले केंद्र की कैबिनेट में जगह देने का दबाव बनाया. हालांकि, दूसरे दिन नीतीश कुमार ने इस बात का खंडन कर दिया, लेकिन जदयू ने अहसास दिल दिया कि समय आने पर वो केंद्र में जगह मांग सकती है. बता दें, जेडीयू पहले एक मंत्री पद दिए जाने से नाराज था.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका नहीं जानतीं कि सरदार किसी पार्टी के नहीं पूरे देश के थे और आजादी के वक्त जिन लोगों ने संघर्ष किया, भाजपा सभी का सम्मान करती है.

शाहनवाज हुसैन से बातचीत

उन्होंने आगे कहा कि नेहरू जी के नाम पर पूरे देश का नाम रखना, इंदिरा-राजीव के नाम पर संस्थाओं के नाम रखना, भाजपा इस तरह के सिलेक्टिव काम नहीं करती. भाजपा सभी महापुरुषों का सम्मान करती है.

Intro:बीजेपी अपने गठबंधन की पार्टियों के बीच कश्मकश में घिर गई है,जहां एक ओर बिहार में सहायक पार्टी जदयू ने भी पहले केंद्र की कैबिनेट में जगह देने का दबाव बनाया वही दूसरे दिन ही उन्हीके नेता नीतीश कुमार ने इस बात का भले ही खंडन के4 दिया हो मग़र जदयू ने ये अहसास जरूर दिल दिया कि समय आने पर वो के केंद्र में जगह मांग सकती है वहीं शिवसेना महाराष्ट्र में किसी विपक्षी पार्टी से भी ज्यादा आंखे तरेर रही है,शिवसेना जहां मुख्यमंत्री पद के अलावा अपनी पसंदीदा पोर्टफ़ोलियो पर भी अड़ीहै वही जदयू जिसके 16 सांसद हैं वो अब बढ़चढ़ कर अपने आप को गठबंधन की दूसरे नंबर की पार्टी होने का के डर सरकार को अहसास दिल रही


Body:कुल मिलाकर कहें तो सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अपनी गठबंधन की पार्टियों को ट्रैक पर नही ला पा रही और ऐसा इसलिए भी क्योंकि इसबार बीजेपी ने जो महाराष्ट्र और हरयाणा में ताल ठोंककर दावा किया था उस अपेक्षा पर खरी नही उत्तर पाई और यही वजह है कि गठबंधन की पार्टियां अब बीजेपी पर अपनी शर्ते मनवाने की कोशिश में जुट गई हैं
जहांतक बात महाराष्ट्र की करें शिवसेना लगातार चुनावी कंपेन में आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री का प्रत्याशी बताती रही मगर तबतक बीजेपी को ये भरोसा था कि चुनावी रिजल्ट आने के बाद शिवसेना अपनी मांग पा4 नही अडेगी मगर ना तो शिवसेना मानी और ना ही बीजेपी ने जितनी सीटें सोच रखी थी उतनी उनकी झोली में आपायी ऐसे में गांठ बंधन की पार्टियों के बीच अब बीजेपी को तालमेल बिठानआ मुश्किल पड़ रहा है हालांकि पार्टी सूत्रों की माने तो शिवसेना जल्दी ही बीजेपी के साथ मुख्यमंत्री पद की मांग छोड़ देगी मगर इस दबाव की राजनीति में कहीं न कहीं वो फायदे में जरूर रहेगी ,हो सकता है कि8 बीजेपी और शिवसेना के बीच उप मुख्यमंत्री शिवसेना को देने की बात के साथ ही शिवसेना कुछ अपनी पसंदीदा मंत्रालयों पर मांन जाए


Conclusion:मगर वह अंदरखाने सूत्रों का ये बजी कहना है की बीजेपी शिवसेना के आगे बहुत ज्यादा झुकने को तैयार बजी नजी और एनसीपी जैसे विकल्पों पर भी विचार कर सकती है।ऐसे में बीजेपी के इस रुख को देखते हुए शिवसेना भले ही एनसीपी में जाने की घुड़कियाँ दे रही हो मगर वो इसके नफा नुकसान से भी वाकिफ है इसलिए सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने अब शिवसेना कोtimebound ultimatum देने का मन बना लिया है
वहीं 2019 में के द्रिय मंत्रिमंडल में मात्र एक जगह दिए जाने से नाराज जदयू ने दोबारा मोदी सरकार पर दबाव बनाना शुरू किया हालांकि दूसरे ही दिन नीतीश कुमार अपनी ही पार्टी की मांग से मुकर भी गए और फिर दो टूक कह दिया है कि उनकी पार्टी ने ऐसी कोई मांग नजी की एमजीआर साथ ही ये जरूर अहसास करा दिया कि उनकी पार्टी दूसरे नंबर की गठबन्धन में पार्टी है,कुल।मिलाकर गठबंधन की पार्टियों में दबाव बनाना शुरू कर दिया जिससे बीजेपी अपने ही घर मे घिरी हुई है
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