नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से अमेठी संसदीय सीट से भरे गए नामांकन पत्रों पर उनके नाम पर आपत्ति जताई गई है. भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी से इस मामले में जवाब मांगा है.
नागरिकता के साथ-साथ राहुल के शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठाया गया है. रवि प्रकाश का सवाल था कि राहुल को किस आधार पर ब्रिटिश की नागरिकता मिली है और कैसे उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई है. एक गैर भारतीय नागरिक को भारत में चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है.
वकील का आरोप है कि 2003 से 2009 की अवधि के लिए ब्रिटेन की कंपनी की संपत्तियों के बारे में राहुल ने अपने चुनावी हलफनामें में कोई जिक्र नहीं किया है.
दूसरी तरफ भाजपा ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाया है और राहुल गांधी पर सीधे सीधे झूठ बोलने का आरोप लगाया है.
बीजेपी ने आरोप में राहुल गांधी के नामांकन में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है. राहुल गांधी की नागरिकता उनकी डिग्री का हवाला देते हुए भाजपा ने कहा है कि पिछले तीन चुनावों में राहुल गांधी ने अलग-अलग डिग्री का जिक्र किया है साथ ही उनके कागज़ात में उनके ब्रिटिश नागरिक होने का भी जिक्र किया गया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने आरोप लगाया है कि उनके वकील ने रिटर्निंग अफसर के सवाल पर समय मांगा है आखिर सच्चाई क्या है.
बीजेपी ने 2004 से अब तक के चुनावों में दायर शपथपत्र के आधार पर राहुल की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया है. 2004 में राहुल ने कहा थि कि 1989 में उन्होंने 12वीं की और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से 1995 में एमफिल की डिग्री हासिल की.
भाजपा ने कहा कि राहुल ने 2009 में कहा था कि 1994 में रोलिंस कॉलेज ऑफ फ्लोरिडा से ग्रैजुएशन की और 1995 में डिवलपमेंट इकनॉमिक्स में ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल किया.
2014 में राहुल ने बताया कि वे डिवेलपमेंट स्टडीज में एमफिल किया है. भाजपा ने सवाल किया कि क्या उन्हें याद नहीं कि उन्होंने कौन सी डिग्री ली है.
साथ ही भाजपा ने राहुल के नागरिकता पर भी सवाल उठाया है.
कांग्रेस की तरफ से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया गया था. इस पर भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता और शैक्षणिक योग्यता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है.