नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के विरोध में पूरे देश में जिस प्रकार की घृणा की राजनीति कुछ लोग जो कर रहे हैं उसका उदाहरण आज हम लेकर आए हैं. देश में हो रहे इस पूरे प्रदर्शन में कोई तथाकथित नेता है तो वह असदुद्दीन ओवैसी और एआईएमआईएम पार्टी है.
उन्होंने कहा कि कल ओवैसी के मंच पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे हैं. जब मंच के पीछे सिखाया जाता है तो कभी-कभी मंच के आगे हकीकत निकल जाती है. जब मंच के पीछे पाकिस्तान को ऑक्सीजन देने की बात होती है और मंच के आगे संविधान, तिरंगा पकड़ने का नाटक किया जाता है तो कभी-कभी हकीकत मुंह से निकल जाती है.
संबित पात्रा ने कहा कि मेरे सवाल ओवैसी और उनके साथियो से हैं जब पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाते हैं तो माइक छीन लिया जाता है. जब औवेसी जी के पार्टी के नेता वारिस पठान 15 मिनट तक बोलते हैं तो वह माइक नहीं छीनते है. वह बोल रहे थे कि हम आजादी छीनकर लेंगे. मैं इन तथाकथित लिबरल से पूछना चाहता हूं कि कौन सी आजादी चाहिए, किससे आजादी चाहिए?
कौन सी आजादी जो संविधान नहीं दे पा रहा है न तो कोर्ट दे पा रहा है. आपको न्यायालय पर विश्वास नहीं है.
पढ़ें : ओवैसी के वारिस का विवादास्पद बयान, '100 पर भारी 15'
संबित पात्रा ने कहा कि ओवैसी की पार्टी ने कहा है कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे.अगर भाजपा के नेता ने ऐसा कोई बयान दे दिया होता तो आज सारे तथाकथित लिबरल सड़क पर उतर जाते, पूरे देश में कोहराम मचा देते, लेकिन आज एक भी सामने नहीं आ रहा है, एक भी सवाल नहीं पूछ रहा है.