नई दिल्ली : संसद में दो दिनों से जारी हंगामे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदम्बिका पाल ने कांग्रेस नेताओं द्वारा धक्का मुक्की के आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि सदन सभी लोगों के सहमति से चलता है.
जगदम्बिका पाल ने कहा कि लोकसभा स्पीकर ने सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को पूरा अवसर दिया. इनके अलावा अन्य दलों के सभी शीर्ष नेताओं को भी सदन में अपनी बात रखने का मौका दिया और संसदीय कार्य मंत्री से सदन की कार्यवाही चलाने के लिए जवाब भी दिलवा दिया, इसके बावजूद सदन न चलने देना विपक्ष की सोची समझी साजिश है.
वहीं संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री के भावुक होने पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों को नसीहत दी है कि विपक्ष अपनी पार्टी के हित में राजनीति कर रहा है, मगर आप देशहित में राजनीति करने पर ध्यान दें और साथ ही देश में एकता बनाए रखने में सहयोग करें.
जगदम्बिका पाल ने बताया कि पीएम मोदी उस नागरिकता संशोधन कानून पर हो रही हिंसा को लेकर आहत हैं, जो देश के किसी नागरिक की नागरिकता को नहीं छीनता बल्कि नागरिकता देता है.
इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि देश में कुछ ताकतें ऐसी भी उभर रहीं हैं, जो भाजपा की नहीं बल्कि भारत मां का विरोध कर रही हैं.
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प्रधानमंत्री द्वारा सोशल मीडिया छोड़ने को लेकर भाजपा सांसद ने कहा, 'मुझे लगता है कि उनके इस फैसले के पीछे कोई संदेश होगा क्योंकि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों से संपर्क करने के लिए है, न कि हिंसा के लिए.'