नई दिल्ली : भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने सरकारी नौकरियों में जनसंख्या नियंत्रण संबंधित असम सरकार के आदेश को सही करार दिया है और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इस फैसले पर प्रतिकूल बयान देकर मुस्लिम महिलाओं, इस्लाम का अपमान कर रहे हैं
गौरतलब है कि असम सरकार ने निर्णय लिया है कि जिनके दो से ज्यादा बच्चे होंगे, उन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी. सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन ने कहा कि इस्लाम सिर्फ दो बच्चे पैदा करने में विश्वास नहीं रखता.
बदरुद्दीन ने यह भी कहा था, 'मुस्लिम बच्चे पैदा करते रहेंगे और किसी की नहीं सुनेंगे, हमारे ऊपर कोई पाबंदी नहीं है, सरकार वैसे भी हमें नौकरी नहीं दे रही और हमें कोई उम्मीद भी नहीं है.'
राज्यसभा सांसद और संघ विचारक राकेश सिन्हा ने ईटीवी भारत से बातचीत में अजमल पर पलटवार करते हुए कहा कि असम सरकार का निर्णय बहुत सही है और यह समय की मांग भी है. वस्तुतः जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए राज्य सरकार द्वारा ठोस कदम उठाया गया.
राकेश सिन्हा ने कहा कि जब भी जनसंख्या नियंत्रण की बात आती तो वह किसी एक जाति से नहीं जुड़ी रहती. प्रधानमंत्री मोदी भी जनसंख्या नियंत्रण की बात कर चुके हैं.
उन्होंने अजमल पर हमला करते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कोई कदम उठता है तो एक विशेष जाति के ही लोग इसका विरोध क्यों करते हैं.
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सिन्हा ने कहा कि अजमल के बयान से तो यही लग रहा है कि वह मुस्लिम महिलाओं को बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री समझ रहे हैं, इस तरह का बयान देकर वह इस्लाम और मुस्लिम महिलाओं का अपमान कर रहे हैं.
दुनिया में कई इस्लामिक देश हैं, जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाये हैं, बदरुद्दीन अब बताएं कि वे सारे देश इस्लामिक हैं या नहीं.