नई दिल्ली : महाराष्ट्र की राजनीतिक लड़ाई अब तक खत्म नहीं हुई है. विपक्षी दल जल्द फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहे हैं. इस बाबत सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को अपना फैसला सुनाएगा.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने इस संदर्भ में विपक्षी दलों के नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है, पहले विधायक शपथ लेंगे, स्पीकर का चुनाव होगा, तब जाकर फ्लोर टेस्ट होगा. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जो भी निर्णय लेगा, वह स्वीकार होगा.
विजय सोनकर शास्त्री ने कहा, 'अजित पवार एनसीपी विधायक दल के नेता हैं और सभी विधायकों ने उनको समर्थन की चिट्ठी दी है, वह चिट्ठी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दिखा दी गई, फ्लोर टेस्ट जब होगा, तब आराम से हम लोग बहुमत साबित कर देंगे.'
शास्त्री ने कहा, 'शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस विधायक को तोड़ने के लिए बीजेपी महाराष्ट्र में कोई ऑपरेशन लोटस नहीं चला रही है, विपक्ष इन मुद्दों को उठाकर जनता को गुमराह कर रहा है, हम लोग संविधान के दायरे में रहकर काम करते हैं.'
उन्होंने कहा, 'एनसीपी के कई नेता अजित पवार को मनाने की कोशिश कर रहे है कि वापस आ जाएं, लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हैं, महाराष्ट्र की भलाई के लिए, किसानों की भलाई के लिए उन्होंने बीजेपी का साथ दिया है और हम लोग वहां पर एक स्थाई सरकार भी देंगे.'
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा दूसरे दलों का उपयोग करती है और फिर बाद में उनको धोखा देती है, कांग्रेस का इतिहास यही रहा है, चंद्रशेखर, देवेगौड़ा का मामला हो या अभी कर्नाटक में जेडीएस से गठबंधन का मामला हो, कांग्रेस ने सबके पीठ पर खंजर घोंपने का काम किया.
शास्त्री ने कहा कि शरद पवार बहुत बड़े नेता हैं, महाराष्ट्र को अच्छे से समझते हैं, सोनिया गांधी से अनबन के कारण ही उन्होंने NCP गठित की थी, उनको तो महाराष्ट्र की भलाई के लिए सोचना चाहिए कि कौन दल राज्य में अच्छे से सरकार दे सकता है.'
उन्होंने कहा, 'मैं कहना चाहता हूं कि बीजेपी महाराष्ट्र में मजबूत सरकार दे सकती है. शिवसेना तो हमेशा से एनसीपी और कांग्रेस का विरोध करने की ही राजनीति करती रही है, वह कभी भी इन लोगों के साथ मिलकर मजबूत सरकार नहीं चला सकती.'