वॉशिंगटन : जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं, ऐसे में भारतीय समुदाय को उनसे काफी अपेक्षाएं हैं कि वह भारत के साथ अपने रिश्तों को नया आयाम देंगे. बाइडेन ने सीनेटर, सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में हमेशा से ही भारतीय-अमेरिकियों के बीच एक मजबूत दोस्ती का समर्थन किया है.
उन्होंने राष्ट्रपति पद के प्रचार में भारतीय समुदाय को एजेंडे में शामिल करते हुए कहा था वह भारतीय समुदाय के साथ मिलकर में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम भारतीय अमेरिकी जरूरतों के मुताबिक नीतियां बनाएंगे.
उन्होंने कहा अमेरिकियों की ही तरह वह भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए शिक्षा, सस्ती स्वास्थ्य देखभाल और आव्रजन प्रणाली बेहतर बनाएंगे. बाइडेन धार्मिक स्थलों को बचाने के लिए सख्त कानून बनांएगे.
बाइडेन ने कहा है कि राज्य विभाग और अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) को धार्मिक कार्यकर्ता के लिए वीजा प्रणाली की समीक्षा को कारगर बनाने के तरीकों और कार्यक्रमों की पहचान करने का निर्देश देंगे. इसके अलावा ने यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि जो व्यक्ति सीमित अंग्रेजी बोलते हैं उनकी स्वास्थ्य देखभाल और अन्य सरकारी सेवाओं तक पहुंच बने.
वह नए आप्रवासियों को नौकरी खोजने में मदद करने के लिए संसाधन केंद्र बनाएंगे. साथ ही अंग्रेजी-भाषा सीखने के अवसर पैदा करेंगे और स्कूल प्रणाली, स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और दैनिक जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को नेविगेट करेंगे.
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बाइडेन ने कहा कि मेरा सपना है कि 2020 में भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे गहरे दोस्त हों. वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की सदस्यता का समर्थन करते हैं और वह इसको वास्तविकता में बदलने के लिए कार्य करेंगे. इसके लिए कांग्रेस में शामिल डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के सदस्यों से चर्चा करुंगा कि वह 2008 में भारत के साथ हुए यूएस-भारत परमाणु डील पर मुहर लगाएं.
उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत और अमेरिका साथ आते हैं, तो दुनिया सुरक्षित रहेगी. मैं भारत के साथ हर हाल में खड़ा रहूंगा. हम दुनिया के सामने आने वाली सभी चुनौतियों जैसे कि जलवायु परिवर्तन आदि का मिलकर सामना करेंगे.