नई दिल्ली/थिंपू/ काठमांडू/ माले : भूटान, नेपाल और मालदीव ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रस्तावित दक्षेस कोरोना आपात कोष में योगदान करने का वादा किया है. भूटान ने इस आपात कोष के लिए एक लाख डॉलर, नेपाल ने करीब नौ लाख डॉलर और मालदीव ने दो लाख डॉलर के योगदान की प्रतिबद्धता जताई है.
भूटान के विदेश मंत्रालय ने इस आपात कोष के गठन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा स्वागत किया. मंत्रालय ने कहा कि भूटान सरकार ने एक लाख डॉलर का प्रारंभिक योगदान करने का निर्णय लिया है. उसके इस निर्णय के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने धन्यवाद दिया है.
वहीं काठमांडू से प्राप्त समाचार के अनुसार, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने दक्षेस कोरोना आपात कोष के लिए 8,35,657 डॉलर (10 करोड़ नेपाली रुपये) के योगदान का वादा किया और लोगों से शांति एवं धैर्य से काम लेने की अपील की. दोनों देशों ने इस बीमारी से लड़ने में पूर्ण सहयोग का वादा किया है.
आपदा एवं बचाव कोष बनाने के प्रधानमंत्री मोदी के कदम का स्वागत करते हुए मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि देश कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से सामने आ रही चुनौतियों से निपटने की पहल में शामिल होगा.
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मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा, 'हम कोविड-19 आपदा बचाव कोष बनाने और उसके निमित्त एक करोड़ डॉलर देने की प्रतिबद्धता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल का स्वागत करते हैं. मालदीव सरकार पहल में शामिल हो रही है और कोविड-19 संबंधी मुद्दों के लिए दो लाख डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताती है.'
इस बीच नई दिल्ली से जारी खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान और नेपाल को कोविड -19 आपात कोष में योगदान करने के लिए ट्वीट के जरिए इन देशों को धन्यवाद दिया.
गौरतलब है कि 15 मार्च को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए दक्षेस नेताओं और प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए भारत की ओर से पीएम मोदी ने एक करोड़ डॉलर की प्रारंभिक पेशकश के साथ आपात कोष का प्रस्ताव रखा था.