श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में पहली बार हुए प्रखंड विकास परिषद (बीडीसी) में अध्यक्ष पद पर 200 से अधिक निर्दलीय निर्वाचित हुए. 24 अक्टूबर को हुए इस चुनाव में भाजपा ने 310 प्रखंडों में से 81 में जीत दर्ज की. यह चुनाव प्रदेश से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कराया गया है.
राज्य का विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद पहली बार हुए बीडीसी चुनावों में अपने नेताओं की नजरबंदी के कारण कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने इससे दूरी बनाए रखी.
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि गुरूवार को 283 प्रखंडों पर चुनाव हुए क्योंकि 27 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया. तीन प्रखंडों पर चुनाव परिणाम का इंतजार है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) ने आठ प्रखंडों में जीत दर्ज की और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के चुनावों का बहिष्कार करने की घोषणा से पहले ही कांग्रेस उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था.
उन्होंने बताया, 'कुल 217 निर्दलीय उम्मीदवार जीते. भाजपा ने 81 प्रखंडों में जीत दर्ज की.' उन्होंने बताया कि चुनावों में 98.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
राज्य में 316 प्रखंड हैं लेकिन 24 अक्टूबर को चुनाव 283 प्रखंडों में चुनाव हुआ. राज्य के 27 प्रखंडों के अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए. दो प्रखंडो में चुनाव नहीं हो सके क्योंकि वहां पंच और सरपंच नहीं है जबकि चार प्रखंड महिलाओं के लिए आरक्षित है. हालांकि वहां कोई निर्वाचित महिला पंच नहीं है.
कुमार ने बताया कि कश्मीर संभाग में 128 प्रखंडों में चुनाव हुए. भाजपा ने 18 में जीत दर्ज की, निर्दलीयों ने 109 में और कांग्रेस ने एक पर जीत दर्ज की. लद्दाख क्षेत्र में 31 प्रखंड हैं और भाजपा ने 11 जीते तथा निर्दलीयों ने 20 पर जीत हासिल की.
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कुमार ने बताया कि जम्मू क्षेत्र में 151 प्रखंडों में चुनाव हुए जिनमें से 52 पर भाजपा ने, जेकेएनपीपी ने आठ और निर्दलीयों ने 88 पर जीत दर्ज की. तीन प्रखंडों के चुनाव नतीजों का इंतजार है. कश्मीर क्षेत्र के 10 जिलों में मत प्रतिशत 93.65 प्रतिशत था और जम्मू क्षेत्र के दस जिलों में 99.4 प्रतिशत मतदान हुआ.