गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि असम सरकार राज्य के छह स्थानीय समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के तौर तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए गठित मंत्रिसमूह की रिपोर्ट को शीघ्र ही केन्द्र के पास भेजेगी. उन्होंने कहा कि मोरान समुदाय के लिए प्रस्तावित स्वायत्त परिषद जल्द ही काम करना शुरू कर देगी.
मुख्यमंत्री ने शनिवार को गुवाहाटी में मोरान समुदाय के विभिन्न संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में यह बात कही. इन छह समुदायों में कोच राजबोंगशी, ताई अहोम, चुटिया, मतक, मोरान और टी ट्राइब्स शामिल हैं.
सोनोवाल ने कहा कि राज्य सरकार मोरान समुदाय को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है और छह समुदायों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने के लिए तौर-तरीकों पर काम करने के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित जीओएम ने सभी पक्षों के साथ परामर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी है. समिति जल्दी ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी जिसे केन्द्र के पास भेजा जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी कि मौजूदा अनुसूचित जनजातियों के अधिकार और विशेषाधिकार पर कोई फर्क ना पड़े. सोनोवाल ने कहा कि पहले की गयी घोषणा के अनुरूप, मोरान समुदाय का इतिहास जल्दी ही प्रकाशित किया जाएगा. इसमें उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और असमी समाज के विकास में उनके योगदान का विस्तृत ब्योरा शामिल होगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने समुदाय के समग्र विकास के लिए भी कदम उठाए हैं.
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