गुवाहाटी : असम के तिनसुकिया जिले में तेल कुएं में आग लगने की घटना को लेकर असम सरकार ने बयान दिया कि सरकार आग को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश में है. जहां एक ओर राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री ने स्थिति के नियंत्रण में होने की जानकारी दी, वहीं दूसरी ओर पार्टी के सांसद और असम कांग्रेस के प्रमुख रिपुन बोरा ने केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को एक पत्र लिखकर उनसे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है.
पत्र में लिखा गया कि गैस रिसाव पिछले 14 दिनों से चल रहा है, जिससे आसपास के लोगों के जीवन और संपत्ति दोनों के लिए खतरा पैदा हो गया है. इस बीच प्राकृतिक गैस के रिसाव ने बड़े पैमाने पर कृषि को नुकसान पहुंचाया है. नदी का पानी दूषित होने से बड़ी संख्या में मछली और अन्य जानवर भी प्रभावित हो रहे हैं. वायु प्रदूषण का खतरा भी बढ़ सकता है.
पत्र में बोरा ने आरोप लगाया कि न तो धर्मेंद्र प्रधान और न ही पेट्रोलियम मंत्रालय के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा किया.
उन्होंने पत्र में लिखा है, 'यह बहुत ही आश्चर्यजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब तक न तो आप और न ही पेट्रोलियम मंत्रालय के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने इस स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया था, यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय है.'
उन्होने आगे लिखा 'मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस घटना के कारण क्षेत्र के सभी प्रभावित व्यक्तियों को पर्याप्त मुआवजा देने के लिए, स्थिति देखने और ऑयल इंडिया लिमिटेड को निर्देश देने के लिए अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा करें.'
यह भी पढ़ें : असम : ओएनजीसी के तेल के कुएं में ब्लास्ट, कोई हताहत नहीं
वहीं दूसरी ओर राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री सुकलबय्या ने संवाददाताओं के बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्र सरकार के मंत्रियों से बात की है. असम सरकार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है और अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं.
सुकलबय्या ने कहा कि आग आसपास के गांवों में फैल गई है. लगभग छह लोग घायल हो गए हैं. उन्होंने बताया कि तिनसुकिया के बाघजान में ऑयल इंडिया लिमिटेड के गैस कुएं में आग लग गई थी. यह आग आस-पास के गांवों में फैल गई. हम चिंतित हैं. ऑयल इंडिया लिमिटेड कह रहा है कि 6-7 दिनों में स्थिति को नियंत्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'हम स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.'
गौरतलब है कि राज्य के तिनसुकिया जिले के बाघजान गांव में तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) के एक तेल के कुएं में ब्लास्ट होने से आग लग गई. आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि दूर-दूराज से भी इन्हें साफ देखा जा सकता था.