नई दिल्ली : असम के कांग्रेस विधायकों ने ऑल इंडिया कांग्रेस समिति (एआईसीसी) अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर राज्य की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी.
असम कांग्रेस के 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को सोनिया से उनके 10 जनपथ स्थित आवास पर मुलाकात की और इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रॉकीबुल हुसैन ने कहा, 'हमने सीएबी के विरोध में फर्म स्टैंड लेने के लिए सोनिया गांधी को धन्यवाद दिया है. हमने उन्हें सूचित किया है कि पूरे असम के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्य भी इस विवादित बिल के खिलाफ हैं.'
हुसैन ने कहा कि केंद्र सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक को फिर से लागू करने का फैसला लिया. उसके बाद से ही पूरे उत्तर पूर्व में विरोध प्रदर्शन होने शुरू हो चुके हैं.
उन्होंने कहा, 'हमने सोनिया गांधी को उन लाखों वास्तविक भारतीयों की दुर्दशा के बारे में भी बताया है, जिन्हें अंतिम एनआरसी सूची से बाहर रखा गया था.'
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सोमवार से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में विवादास्पद नागरिकता संशोधन विधेयक को फिर से पेश करने की योजना बना रही है.
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भाजपा सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में विधेयक को संसद के दोनों सदनों में पारित कराने की कोशिश की थी, जिसके बाद से ही पूर्वोत्तर में इस बिल का विरोध शुरू होता चला गया.
गौरतलब है कि CAB में नागरिकता अधिनियम 1955 में संशोधन करने और पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई प्रवासियों को नागरिकता देने की बात कही गयी है, जिन्होंने धर्म के आधार पर हुए अत्याचार का सामना किया है.