गुवाहाटी : असम में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. दूसरी तरफ के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल आज मीडिया से मुखातिब हुए. सोनोवाल ने कहा कि मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी असम की धरती के बेटों के अधिकारों को नहीं मार सकता है, हमारी भाषा या हमारी पहचान को कोई खतरा नहीं है.
इसके साथ सोनोवाल ने कहा कि किसी भी तरह से असम का सम्मान प्रभावित नहीं होगा. हम लोगों का समर्थन हमेशा रहेगा और राज्य में शांति के साथ आगे बढ़ेंगे.
दरअसल नागरिकता संशोधन कानून पारित होने के बाद से ही इसके खिलाफ बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है.
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बता दें कि असम में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं पहले ही बहाल कर दी गई है. राज्य का जनजीवन अब सामान्य और पटरी पर आते दिख रहा है. यातायात आवाजाही और लोगों ने घरों से निकलना दोबारा शुरू कर दिया है. असम में ब्रॉडबैंड सेवाएं पहले ही बहाल कर दी गई थी.
गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में हुए प्रदर्शनों के हिंसक होने के बाद 11 दिसंबर की शाम मोबाइल और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं थीं.
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इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष होने के कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था.