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असम समझौते के खंड 6 को लागू करे सरकार, AAMSU ने की मांग - clause 6 home ministry

गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को AAMSU ने एक पत्र सौंपा है जिसमें छात्र संघ ने मांग की है कि वो 'असमिया लोगों' को परिभाषित करने के लिए प्राथमिकता पर एक व्यवस्था बनाएं जिनको समझौते के तहत सुरक्षा देता है उनको अलग न किया जाए

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Published : Sep 13, 2019, 12:09 AM IST

Updated : Sep 30, 2019, 10:08 AM IST

नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने असम समझौते के खंड छह को को लागू करने की प्रक्रियाओं पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. जिसके जवाब में ऑल असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स यूनियन (AAMSU) ने 'असमिया लोग' शब्द को प्रतिस्थापित करके भटकाने का आरोप लगाया है.

गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को सौंपे गए पत्र में, AAMSU के सलाहकार अजीजुर रहमान ने कहा कि छात्र निकाय ने राज्य में NRC अद्यतन प्रक्रिया के लिए सहयोग किया है और अब वो असम समझौते के खंड 6 को लागू करने में सहयोग करने के लिए तैयार है.

etv bharat letter
AAMSU का पत्र

हालांकि, रहमान ने कहा है कि यह देखा गया है कि असम समझौते के खंड 6 के कार्यान्वयन में सुझावों, टिप्पणियों, सुझावों के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी करते समय, उच्च स्तरीय समिति ने असम समझौते के खंड 6 से असमिया लोगों को कुछ अन्य शब्दों में प्रतिस्थापित करके अलग कर दिया है.

छात्र संघ का कहना है कि उन्होंने भल्ली से अपील की है कि वो 'असमिया लोगों' को परिभाषित करने के लिए प्राथमिकता पर एक व्यवस्था बनाएं जिनको समझौते के तहत सुरक्षा देता है उनको अलग न किया जाए.
बता दें कि असम समझौते का खंड 6 राज्य के अविभाज्य लोगों को भूमि, आर्थिक और राजनीतिक अधिकार देता है.

पढ़ें- बंगाल में NRC के नाम पर किसी को हाथ लगाया, तो BJP को सबक सिखाएंगे : CM ममता

गौरतलब है कि 15 जुलाई को गृह मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जिसमें असम के छात्र संघ के लेखकों, सरकार के प्रतिनिधियों, असम समझौते के खंड 6 के कार्यान्वयन के लिए काम करने वाले बुद्धिजीवियों, नेताओं को शामिल किया गया है.

दरअसल, ऐतिहासिक अकॉर्ड पर 1985 में भारत सरकार, असम गवर्नमेंट और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के बीच वर्षों लंबे विदेशी-विरोधी आंदोलन को समाप्त करने के लिए हस्ताक्षर किए गए थे.

नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने असम समझौते के खंड छह को को लागू करने की प्रक्रियाओं पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. जिसके जवाब में ऑल असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स यूनियन (AAMSU) ने 'असमिया लोग' शब्द को प्रतिस्थापित करके भटकाने का आरोप लगाया है.

गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को सौंपे गए पत्र में, AAMSU के सलाहकार अजीजुर रहमान ने कहा कि छात्र निकाय ने राज्य में NRC अद्यतन प्रक्रिया के लिए सहयोग किया है और अब वो असम समझौते के खंड 6 को लागू करने में सहयोग करने के लिए तैयार है.

etv bharat letter
AAMSU का पत्र

हालांकि, रहमान ने कहा है कि यह देखा गया है कि असम समझौते के खंड 6 के कार्यान्वयन में सुझावों, टिप्पणियों, सुझावों के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी करते समय, उच्च स्तरीय समिति ने असम समझौते के खंड 6 से असमिया लोगों को कुछ अन्य शब्दों में प्रतिस्थापित करके अलग कर दिया है.

छात्र संघ का कहना है कि उन्होंने भल्ली से अपील की है कि वो 'असमिया लोगों' को परिभाषित करने के लिए प्राथमिकता पर एक व्यवस्था बनाएं जिनको समझौते के तहत सुरक्षा देता है उनको अलग न किया जाए.
बता दें कि असम समझौते का खंड 6 राज्य के अविभाज्य लोगों को भूमि, आर्थिक और राजनीतिक अधिकार देता है.

पढ़ें- बंगाल में NRC के नाम पर किसी को हाथ लगाया, तो BJP को सबक सिखाएंगे : CM ममता

गौरतलब है कि 15 जुलाई को गृह मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जिसमें असम के छात्र संघ के लेखकों, सरकार के प्रतिनिधियों, असम समझौते के खंड 6 के कार्यान्वयन के लिए काम करने वाले बुद्धिजीवियों, नेताओं को शामिल किया गया है.

दरअसल, ऐतिहासिक अकॉर्ड पर 1985 में भारत सरकार, असम गवर्नमेंट और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के बीच वर्षों लंबे विदेशी-विरोधी आंदोलन को समाप्त करने के लिए हस्ताक्षर किए गए थे.

Intro:New Delhi: Days after the Union Home Ministry has setup a high level committee to look into the procedures to implement Clause 6 of Assam Accord, All Assam Minority Students Union (AAMSU) on Thursday has accused the committe of deviating by substituting the word 'Assamese people' by some other words.



Body:In a letter submitted to the Home Secretary Ajay Kumar Bhalla, AAMSU advisor Azizur Rahman said that the student body has cooperated for NRC updating process in the state and now " it is ready to cooperate in the implementation ration of the Clause 6 of the Assam Accord."

"However, it is observed that while issuing public notice for views,, comments, suggestions in implementation of Clause 6 of the Assam Accord, the high level committee has deviated from Clause 6 of the Assam Accord by substituting the word Assamese people by some other words like indeginious people of Assam, indigenous tribal, indigenous Assamese...," said Rahman.

The student body has appealed Bhalla to make an arrangement on priority to define the 'Assamese people' who are eligible for safeguard instead of making any deviation of the Accord.

The Clause 6 of the Assam Accord gives land, economic and political rights to the indeginous people of the state.



Conclusion:On July 15, the Home Ministry has set up a high level committee comprising intellectuals, leaders from student body of Assam, writers, Government representatives to work for the implementation of the Clause 6 of Assam Accord.

The historic Accord was signed in 1985 between Government of India, Assam governmnet and All Assam Students Union (AASU) to bring an end to the years long anti-foreigners movement.

end.
Last Updated : Sep 30, 2019, 10:08 AM IST
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