तिरुवनन्तपुरम : कन्नूर विश्वविद्यालय में आयोजित भारतीय इतिहास कांग्रेस के 80वें उद्घाटन सत्र में भाषण के दौरान हुई घटना को लेकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है जब वह भाषण दे रहे थे, तो उन्हें इरफान हबीब ने बोलने नहीं दिया और जमकर नारेबाजी की.
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, 'मलयालम लेखक शाहजहां से, जिनके विचार मेरे विचारों से अलग थे, मैंने कहा कि वह बाहर जाकर नारेबाजी कर रहे लोगों को बुला कर लाएं, जिसके बाद वह प्रदर्शनकारियों के पास गए और वापस आकर मुझसे कहा कि प्रदर्शन कर लोगों का कहना है कि वह प्रदर्शन करने के लिए आए हैं न कि बात करने कि लिए.'
उन्होंने कहा, 'इस पर मैंने कहा कि जब बातचीत के दरवाजे ही बंद कर देंगे तो इससे हिंसा के रास्ते खुल जाएंगे. मैंने जैसे ही कहा कि इरफान हबीब मेरे करीब आए, लेकिन उन्हे मेरे सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया. इसके बाद उन्होंने दूसरी ओर से अपने साथियों के साथ नारेबाजी शुरू कर दी.'
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बता दें कि भारतीय इतिहास कांग्रेस (आईएचसी) के 80वें अधिवेशन का उद्घाटन करने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को विरोध का सामना करना पड़ा था.