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कोरोना के खिलाफ गूगल, एप्पल का नया एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम

गूगल और एप्पल ने घोषणा की है कि वे अपने कोरोना वायरस एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम का विस्तार कर रहे हैं ताकि स्वास्थ्य एजेंसियां ​​बिना किसी एप के इसकी मदद ले सकें. यह सिस्टम का एक महत्वपूर्ण अपग्रेड है.

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गूगल और एप्पल
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Published : Sep 4, 2020, 10:23 PM IST

एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम मई में शुरू किया गया और तब से अमेरिका के छह राज्य और कम से कम 15 देशों ने इसे अपनाया है. मैरीलैंड, नेवादा, वर्जीनिया और वाशिंगटन डीसी में इसके नए सिस्टम का उपयोग पहले होगा.

कोविड-19 महामारी के लिए दुनिया की दो बड़ी टेक कंपनियां गूगल और एप्पल ने नए सिस्टम की घोषणा की है. इस सिस्टम को एक्सपोजर नोटिफिकेशन एक्सप्रेस का नाम दिया गया है. ये सिस्टम पब्लिक हेल्थ अथॉरिटीज को एप के बिना संपर्क ट्रेसिंग में मदद के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा.

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एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम

ऐसे करता है काम :

  • एक संकेत एप्पल या एंड्रॉइड के ऑपरेटिंग सिस्टम के नवीनतम संस्करण वाले फोन पर फ्लैश होगा. एप्पल यूजर्स को इसे इनेबल करने के लिए सिर्फ स्क्रीन पर टैप करना होगा.
  • एंड्रॉयड डिवाइसों पर यूजर्स को फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम से एक संकेत मिलेगा, लेकिन फिर भी ऑटोमैटिकली जनरेटेड एप को डाउनलोड करना होगा.
  • आईफोन के मामले में iOS ऑपरेटिंग सिस्टम का एक नया अपडेट यूजर्स को इस बात का अलर्ट करेगा कि क्या स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम उपलब्ध है और यूजर्स को बिना किसी नए ऐप को डाउनलोड किए इसे सेट करने की अनुमति देता है.
  • वहीं, एंड्रॉयड डिवाइस ब्लूटूथ सिग्नल के जरिए कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का पता लगाएगा.

एक्सपोजर नोटिफिकेशन एक्सप्रेस के इस नए सिस्टम में सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को एप्पल और गूगल के लिए एक छोटी कॉन्फिगरेशन फाइल सबमिट करनी होगी. इसके बाद दोनों टेक कंपनियां सिस्टम को सेट करने के लिए फाइल का उपयोग करेंगी, ताकि यह पता चल सके की आस-पास कोई कोरोना पॉजिटिव है या नहीं.

पढ़ें :- नए सैमसंग फ्लैगशिप स्मार्टफोन की जानें खासियत

यह क्यों मायने रखता है :

ऐसे समय में जब कई कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप लॉन्च हो रहे हैं, नया एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम बिना किसी नए एप को डाउनलोड किए सेट हो जाता है और संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने में मदद कर सकता है.

Copyright 2020 Technology Review, Inc.Distributed by Tribune Content Agency, LL

एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम मई में शुरू किया गया और तब से अमेरिका के छह राज्य और कम से कम 15 देशों ने इसे अपनाया है. मैरीलैंड, नेवादा, वर्जीनिया और वाशिंगटन डीसी में इसके नए सिस्टम का उपयोग पहले होगा.

कोविड-19 महामारी के लिए दुनिया की दो बड़ी टेक कंपनियां गूगल और एप्पल ने नए सिस्टम की घोषणा की है. इस सिस्टम को एक्सपोजर नोटिफिकेशन एक्सप्रेस का नाम दिया गया है. ये सिस्टम पब्लिक हेल्थ अथॉरिटीज को एप के बिना संपर्क ट्रेसिंग में मदद के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करने में सक्षम बनाएगा.

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एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम

ऐसे करता है काम :

  • एक संकेत एप्पल या एंड्रॉइड के ऑपरेटिंग सिस्टम के नवीनतम संस्करण वाले फोन पर फ्लैश होगा. एप्पल यूजर्स को इसे इनेबल करने के लिए सिर्फ स्क्रीन पर टैप करना होगा.
  • एंड्रॉयड डिवाइसों पर यूजर्स को फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम से एक संकेत मिलेगा, लेकिन फिर भी ऑटोमैटिकली जनरेटेड एप को डाउनलोड करना होगा.
  • आईफोन के मामले में iOS ऑपरेटिंग सिस्टम का एक नया अपडेट यूजर्स को इस बात का अलर्ट करेगा कि क्या स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम उपलब्ध है और यूजर्स को बिना किसी नए ऐप को डाउनलोड किए इसे सेट करने की अनुमति देता है.
  • वहीं, एंड्रॉयड डिवाइस ब्लूटूथ सिग्नल के जरिए कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का पता लगाएगा.

एक्सपोजर नोटिफिकेशन एक्सप्रेस के इस नए सिस्टम में सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को एप्पल और गूगल के लिए एक छोटी कॉन्फिगरेशन फाइल सबमिट करनी होगी. इसके बाद दोनों टेक कंपनियां सिस्टम को सेट करने के लिए फाइल का उपयोग करेंगी, ताकि यह पता चल सके की आस-पास कोई कोरोना पॉजिटिव है या नहीं.

पढ़ें :- नए सैमसंग फ्लैगशिप स्मार्टफोन की जानें खासियत

यह क्यों मायने रखता है :

ऐसे समय में जब कई कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप लॉन्च हो रहे हैं, नया एक्सपोजर नोटिफिकेशन सिस्टम बिना किसी नए एप को डाउनलोड किए सेट हो जाता है और संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने में मदद कर सकता है.

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