मुंबई : महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को कहा कि केंद्र को अर्णब गोस्वामी और ब्रॉडकास्ट ऑडिएंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व प्रमुख पार्थो दासगुप्ता के बीच बालाकोट हवाई हमले के सिलसिले में हुए कथित चैट का संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह मामला गंभीर है, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है.
मंत्री का यह बयान कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा उनसे मुलाकात करने के बाद आया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत की अगुआई में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल देशमुख से मिला था. देशमुख ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है. केंद्र को निश्चित ही उसका संज्ञान लेने की जरूरत है. देशमुख को सौंपे एक ज्ञापन में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह 'बड़ी चिंता' की बात है कि गोस्वामी को न केवल सशस्त्रबलों के राष्ट्रीय सुरक्षा अभियानों के बारे में बहुत ही गोपनीय विषय की जानकारी थी, बल्कि उसे दासगुप्ता के साथ 'खुलेआम' साझा कर रहे थे.
राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता
कांग्रेस ने सवाल किया कि कैसे गोस्वामी को पाकिस्तान में वायुसेना का सीमापार हवाई हमला होने से कई दिन पहले ही कथित रूप से उसकी सूचना मिल गई. पार्टी ने कहा कि यह शीर्षतम स्तर पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौते को दर्शाता है. ज्ञापन में कहा गया है कि हम आपसे अनुरोध करना चाहते हैं कि सशस्त्र बलों के अभियान के होने से कई दिन पहले ही उसके बारे में संवेदनशील एवं गोपनीय सूचना लीक करने की जांच का आदेश दिया जाए और यदि जरूरी समझा जाए, तो अर्णब गोस्वामी के विरूद्ध सरकारी गोपनीयता कानून, 1923 के तहत मामला दर्ज किया जाए.
यह भी पढ़ें-ममता का चौंकाने वाला बयान- भाजपा की बैठकों में खलल डालने भेजेंगी लोगों को