हैदराबाद: आंध्र प्रदेश की नई सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में कटौती कर दी है. तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेताओं ने आरोप लगाया है कि नायडू और उनके परिजनों को इस बात की जानकारी तब मिली जब वे विदेश से छुट्टी मनाकर मंगलवार को घर लौटे.
तेदेपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश की सुरक्षा घटा दी गई है. पहले उनके पास 'जेड' श्रेणी का कवर था, उसे अब 'वाई' कर दिया गया है. उन्हें अब 2 प्लस 2 सुरक्षाकर्मी दिए जाएंगे. पहले उन्हें 5 प्लस 5 सुरक्षाकर्मी प्राप्त थे.
लोकेश अपने पिता के मंत्रिमंडल में मंत्री थे. 11 अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में तेदेपा की हार के बाद राज्य में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार है.
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नायडू, उनकी पत्नी भुवनेश्वरी, पुत्र लोकेश, पुत्रवधू ब्रह्माणी और पोता देवांश यूरोप से अपनी छुट्टियां मनाकर हैदराबाद लौटे हैं.
नक्सलियों ने साल 2003 में नायडू को मारने की कोशिश की थी, तभी से उन्हें 'जेड प्लस' सुरक्षा मिली हुई थी.
'जेड प्लस सुरक्षा' देश में किसी भी वीआईपी व्यक्ति को मिलने वाली सर्वोच्च सुरक्षा है.
इससे पहले मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने घोषणा की कि अमरावती में कृष्णा नदी के तट पर नायडू के आवास के विस्तार के रूप में निर्मित एक इमारत 'प्रजा वेदिका' को बुधवार को ध्वस्त कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यह इमारत सभी कानूनों और नियमों का उल्लंघन कर बनाई गई है.